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रांची/डेस्कः बोकारो में गिरिडीह लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल करने और उसके बाद जनसभा को संबोधित करने के दौरान फरार हुए, जेबीकेएसएस से प्रत्याशी जयराम महतो की तलाशी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है लेकिन जयराम महतो अब भी उनकी पकड़ से बाहर है. इधर, जयराम महतो के जनसभा से गायब होने के बाद अब राज्य की सियासत तेज हो गई है. राजनीतिक पार्टियों के कई नेताएं इस मामले में अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं.
सरेंडर कर कोर्ट से बेल की गुहार लगाए जयराम- JMM
इस मामले में जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) ने जयराम महतो को सलाह दी है. JMM ने कहा है कि वे प्रशासन से नहीं भागे बल्कि आत्मसमर्पण कर कोर्ट से बेल के लिए गुहार लगाए. पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि हजारों की भीड़ में जयराम महतो को गिरफ्तार करने से वहां लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ सकता था लिहाजा रांची पुलिस ने अपनी रणनीति बदली होगी.
पुलिस की मौजूदगी में जयराम का फरार होना गंभीर मामला- कांग्रेस
वहीं कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पुलिस की मौजूदगी में जयराम महतो का फरार होना गंभीर मामला है. लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है. प्रशासन को संजीदा होने की जरूरत है और संजीदा होकर कार्रवाई की जरूरत है.
कहीं ना कहीं कुछ तो खिचड़ी पक रही है- BJP
इधर जयराम महतो के फरार होने मामले में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि यह अजीब इत्तेफाक है कल जो कुछ हुआ वह समझ से परे है. गिरफ्तारी के बाद सभा की अनुमति कैसे मिली. कहीं ना कहीं कुछ तो खिचड़ी पक रही है पुलिस कस्टडी में किसी व्यक्ति का फरार हो जाना..पुलिसिया तंत्र और राजतंत्र पर सवाल उठाती दिख रही है. उन्होंने कहा कि पर्दे के पीछे कुछ ना कुछ जरूर चल रहा है.
नामांकन के बाद पुलिस ने किया था गिरफ्तार
बता दें, यह पूरा मामला 1 मई की है जब जेबीकेएसएस की प्रत्याशी के रुप में जयराम महतो गिरिडीह लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे. खबर के अनुसार, जब जयराम महतो नामांकन पर्चा भर रहे थे तो समाहरणालय के दोनों ओर की गेट बंद की गई. वहीं जयराम महतो नामांकन पर्चा भरने के बाद डीसी ऑफिस से बाहर निकलने लगे लेकिन उन्हें वहां से निकलने नहीं दिया गया. जानकारी के लिए बता दें, रांची के नगड़ी थाना के डीएसपी और इंस्टपेक्टर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बोकारो पहुंची थी. नामांकन दाखिल करने के बाद पुलिस ने जयराम को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद जयराम महतो ने पुलिस को अपनी एक जनसभा को संबोधित करे के लिए अनुमित मांगी. जिसके लिए पुलिस ने उन्हें अनुमति दे दी. इस दौरान जयराम महतो ने कहा था कि वे जनसभा को संबोधित करने के बाद पुलिस के समक्ष सरेंडर कर देंगे लेकिन जनसभा को संबोधित करने के बाद जयराम महतो कहां गए..और कहां है इसकी खबर पुलिस को अबतक नहीं मिली है.
दो साल पुराने मामले में पुलिस ने जारी किया था वारंट
जयराम महतो की धर-पकड़ के लिए बोकारो पुलिस ने 1 मई को रातभर छापेमारी की. लेकिन जयराम महतो उन्हें नहीं मिले. अपनी छापेमारी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने जयराम महतो के 6 समर्थकों को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर जयराम महतो को जनसभा से भगाने का आरोप लगा है. आपको बता दें, विधानसभा घेराव से जुड़े दो साल पुराने इस मामले में रांची पुलिस ने जयराम महतो के खिलाफ वारंट जारी किया था. जिसके तहत उन्हें गिरफ्तार करने के लिए नगड़ी डीएसपी और इंस्पेक्टर बोकारो पहुंची थी. जयराम महतो का नाम नगड़ी थाना के केस संख्या 48/22 में नाम दर्ज है. हालांकि बुधवार रात लगातार छापेमारी करते हुए पुलिस ने जयराम के 6 समर्थकों को भी गिरफ्तार किया है.