न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः टेंडर घोटाला मामले में जेल में बंद आलमगीर आलम ने झारखंड मंत्रिमंडल और कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आलमगीर आलम ने शनिवार यानी की 8 जून को ही इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद जेल मैनुअल के मुताबिक सोमवार (10 जून) को मुख्यमंत्री के पास उनका इस्तीफा पहुंचा. ग्रामीण विकास मंत्रालय और कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस कोटे से इसी हफ्ते के भीतर नए मंत्री और विधायक दल का नेता चुना जाएगा.
इस्तीफा का मामला गठबंधन का- MLA सीपी सिंह
इधर, आलमगीर आलम के मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य की सियासी हलचल एक बार फिर से तेज हो गई है. राजनीतिक गलियारों से नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी है. इस संबंध में बीजेपी नेता और रांची विधायक सीपी सिंह की भी प्रतिक्रया सामने आई है. उन्होने आलमगीर आलम के इस्तीफे पर कहा है कि इस्तीफा का मामला गठबंधन का है. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पास इस्तीफा लेने का अधिकार है. आलमगीर आलम को ED ने टेंडर कमीशन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है. कांग्रेस से नाराजगी से कोई फर्क नहीं पड़ता है.
नैतिकता के आधार पर आलमगीर आलम ने इस्तीफा दिया-JMM
आलमगीर आलम के इस्तीफे पर जेएमएम ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. जेएमएम नेता मनोज पांडेय ने इस संबंध में कहा है कि पहले उनका विभाग लिया गया और अब उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है. नैतिकता के आधार पर आलमगीर आलम ने इस्तीफा दिया है और मैं इसे एक बेहतर और अच्छा निर्णय मानता हूं. वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमने यह भी देखा है कि बीजेपी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह जैसे लोग खुलेआम घूमते रहते हैं. यह लोग बीजेपी के सांसद है. हम लोगों का यही प्रयास रहता है की राजनीति में सूचिता बनी रहे.
आलमगीर आलम को ईडी ने 15 मई को किया था गिरफ्तार
आपको बता दें, टेंडर घोटाला मामले में ईडी ने आलमगीर आलम को दो दिनों की पूछताछ के बाद 15 मई को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद ईडी ने मामले में पूछताछ के लिए उन्हें 13 दिनों के रिमांड पर लिया था. फिलहाल वे होटवार (बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार) जेल में बंद है.