प्रशांत शर्मा / न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क : जिला समाहरणालय सभागार में "रीडिंग कैम्पेन: मेक रूम फॉर अर्ली लर्निंग" के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय सेमिनार में प्रारंभिक शिक्षा और पठन कौशल के महत्व पर विशेष जोर दिया गया. शिक्षा परियोजना परिषद, झारखंड द्वारा रूम टू रीड, IPEL और यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर ने पठन कौशल के विकास और बच्चों में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करने के प्रयासों की सराहना की. जिला स्तरीय सेमिनार में उपायुक्त ने कहा उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने सेमिनार के दौरान बच्चों में पठन कौशल और पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की और प्रारंभिक शिक्षा के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पठन कौशल बच्चों के समग्र विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही, उन्होंने क्षेत्र स्तर पर मौजूद अंतरालों की पहचान करने और सभी हितधारकों के सहयोग से उन समस्याओं को संबोधित करने के लिए प्रभावी रणनीतियाँ विकसित करने पर बल दिया. जिला शिक्षा पदाधिकारी, शिक्षा अधीक्षक और योजना पदाधिकारी ने भी प्रारंभिक शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और पठन कौशल को सुदृढ़ करने के लिए सरकारी प्रयासों की प्रशंसा की. सभी बीईईओ, बीपीओ, बीपीएम, बीआरपी और सीआरपी ने सक्रिय रूप से चर्चा में भाग लिया और ठोस सुझाव प्रस्तुत किए, जिससे सेमिनार ने एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया.