न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: देशभर में भीषण गर्मी का कहर जारी है. मौसम विभाग ने कई राज्यों में हिटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है. ऐसी परिस्थिति में हर किसी को बाहर से निकलने से बचना चाहिए. लेकिन हर किसी के लिए यह संभव भी नहीं है. क्योंकि लोगों को अपने दफ्तर और जरुरी काम-काज करने के लिए इस चिलचिलाती धुप में निकलना ही पड़ता है. अगर बाहर जाने के बाद लू लग जाए या तेज धुप के कारण शरीर तपने लगे तो भूलकर भी क्रोसिन, काल्पोल, डोलो, कांबीमोल, पेसीमोल और सूमो एल जैसी पेरासिटामोल दवाइयों का सेवन ना करें. इन दवाओं का ऐसी स्थिति में सेवन करने से आपको खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
लीवर डैमेज का खतरा
सीनियर डॉक्टर्स का कहना है कि पेरासिटामोल का गर्मी के दिनों में इस्तेमाल आपकी कई परेशानियों को बढ़ा सकता है. जब घर से बाहर निकलते है तो शरीर तपने लगता है. इसका ये मतलब नहीं है कि आपकों बुखार हों. गर्मी में बाहर निकलने से शरीर गर्म जरुर हो जाता है लेकिन इसका बुखार से कोई लेना-देना नहीं है. इसलिए ऐसी परिस्थिति में जब आप पेरासिटामोल का इस्तेमाल करेंगे तो यह आपकी लीवर को भरी नुक्सान पहुंचा सकता है. इसके साथ ही लीवर का एंजाइम सही तरीके से अपना काम नहीं कर पाता है और मेटाबोलिज्म डिस्टर्ब होने लगता है. अगर स्थिति गंभीर हो जाए तो लीवर की कोशिकाएं डैमेज होने लगती है. इसके साथ ही लीवर फेल होने का खतरा भी बढ़ जाता है. इसलिए बिना मतलब बहुत ज्यादा गर्मी में पेरासिटामोल नहीं खाए. डॉक्टर्स के सलाह के बाद ही इसका सेवन करें.
हीटस्ट्रोक के लक्षण
लू लगने के बाद शरीर में पानी की भारी कमी हो जाती है. इसके साथ ही बेचैनी, बेहोशी, मतली और उल्टी भी होने लगती है. वहीं गर्म हवा या लू चलने से खून की नालियां चौड़ी हो जाती है, इस वजह से खून का फ्लो भी कम हो जाता है और फिर हार्ट को खून पंप करने में भी जोर लगाना पड़ता है. ऐसी परिस्थिति में शरीर में ऑक्सीजन की भी कमी हो सकती है. इसके साथ ही लू लगने के बाद शरीर में और भी कई तरह की परेशानी हो कस्ती है, जैसे चक्कर आना, अत्यधिक थकान लगना इत्यादि. इसके साथ ही परिस्थिति गंभीर होने पर सांस लेने दिक्कत और हार्ट रेज में भी तेजी हो जाती है. ऐसी परिस्थितियों में फौरन डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है.
हीटस्ट्रोक से कैसे बचा जाए
डॉक्टर्स के अनुसार गर्मी के दिनों में जितना हो सके उतना घर से कम बाहर निकलना चाहिए. इसके साथ ही ढीले वस्त्र पहने और थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें. वहीं खिड़ा, तरबूज और ककड़ी जैसे फलों का सेवन करना लाभदायक होता है. अगर लू चल रही है तो सूती कपड़े को भीगा कर सर पर लपेट लें या टोपी लगा कर निकले और हल्का भोजन ही करें. वहीं ज्यादा एयरकंडीशन में रहने वालें लोगों में तपिश भरी गर्मी झेलने की हिम्मत नहीं होती है. इसलिए ऐसे लोग पूरी सतर्कता के साथ तेज धुप में निकले तथा किसी भी हाल में गर्मी लगने के बाद पेरासिटामोल का सेवन ना करें.