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सिमडेगा/डेस्क: कश्मीर के लेह में आर्मी 699 टाट्रा बटालियन में हवलदार के पद पर पदस्थापित सिमडेगा का लाल किशोर बाड़ा का पार्थिव शरीर आज तिरंगे में लिपटा हुआ उनके पैतृक गांव तुरतुरी पानी पहुंचा. जिसके बाद पूरा सिमडेगा गमगीन हो गया.
सिमडेगा के तुरतुरी पानी निवासी जवान किशोर बाड़ा लेह में आर्मी के 699 टाट्रा बटालियन में हवलदार के पद पर पदस्थापित थे. 20 मार्च को लेह में जवान किशोर अपने बटालियन के साथ वाहन में कहीं जा रहे थे. इसी दौरान बर्फ का पहाड़ इनके वाहन में गिर गया. इस हादसे में जवान किशोर की मौत हो गई. रांची मिलिट्री स्टेशन के जवानों ने आज शहीद जवान किशोर बाड़ा के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेट कर उनके पैतृक घर तुरतुरी पानी लेकर आए. शहीद बेटे का शव घर पहुंचते हीं पूरे गांव में चीख पुकार मच गई. पैतृक गांव में परंपरागत मिस्सा अनुष्ठान के बाद मिलिट्री स्टेशन के जवानों ने शहीद जवान को अंतिम सलामी दी. अपने पिता को अंतिम सलामी देते हुए शहीद की छोटी बेटी एंजिला बाड़ा फफक का रो पड़ी. जिसे देख वहां मौजूद सभी लोगों के आंखे छलक पड़ी.
मौके पर सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, सिमडेगा डीसी अजय कुमार सिंह और एसपी सौरभ रांची मिलिट्री स्टेशन के जवान सहित कई लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया. सिमडेगा विधायक ने कहा कि शहीद के परिजनों को मिलने वाली सारी सरकारी सहायता दिलाने में वे मदद करेंगे.
जानकारी के अनुसार शहीद किशोर बाड़ा अपने घर के इकलौते मर्द थे. उनकी पत्नी शाशिता बाड़ा रांची में नर्स का कार्य करती है. शहीद की तीन मात्र बेटियां हैं. सभी पढ़ाई करती हैं. शहीद किशोर भी पांच भाई बहनों में इकलौते भाई थे. बचपन में हीं इनके सिर से पिता का साया उठ गया था. बहनों ने काफी कठिनाई से इनको पढ़ा कर आर्मी की नौकरी तक पहुंचाया था.