ज़फ़र आक़िल/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: भारत के इस बार के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद एक दंपती संसद के निचले सदन लोकसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे. हालांकि, भारतीय इतिहास में यह पहली बार नहीं हो रहा है. लेकिन बहुत सालों के बाद पति-पत्नी अपनी मौजूदगी के साथ अपने विचारों को भी सदन के पटल पर समय-समय पर रखने का काम करेंगे.
अखिलेश यादव व उनकी पत्नी डिंपल यादव संसद पहुंची हैं
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पत्नी ने एक साथ जीत दर्ज कर एक साथ संसद में पहुंचे हैं. वहीं बिहार से पप्पू यादव की लोकसभा चुनाव में हुई जीत के बाद पति-पत्नी दोनों संसद की शोभा बढ़ायेंगे. लेकिन फर्क यह है दोनों संसद के दो अलग अलग सदनों में अपनी मौजूदगी दर्ज करायेंगे. पप्पू यादव लोकसभा में और रंजीता रंजन राज्यसभा की सांसद हैं. ऐसे तो बहुत सारे दंपती है जो अलग-अलग समय पर सांसद बने हैं. लेकिन उनका कार्यकाल अलग अलग रहा है.
रायबरेली से सांसद सांसद रहे हैं फिरोज और इंदिरा गांधी
जैसे स्वर्गीय इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी 1952 में रायबरेली से सांसद चुने गये थे. बाद में इंदिरा गांधी रायबरेली से सांसद बनीं और उसके बाद प्रधानमंत्री तक बनीं. इसी तरह राजीव गांधी ने भी जीत हासिल कर सांसद और प्रधानमंत्री बने. बाद में सोनिया गांधी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के साथ लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर संसद का रूख किया.
दंपती के रूप में पहली बार संसद पहुंचने का खिताब अलवा दंपती के नाम
वैसे संसद में पहले दंपती के सांसद के रूप में पहुंचने का खिताब अलवा दंपती के नाम है. 1952 में हुए चुनाव में जोचिम अलवा लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर संसद में पहुंचे थे तो वहीं उनकी पत्नी वायलेट अलवा राज्यसभा में सांसद बनीं थी.
कनाडा में भी एक दंपति संसद की शोभा बढ़ा चुकी है
ऐसा सिर्फ भारत में ही नहीं है. कनाडा में भी भारतीय मूल के गुरमंत ग्रेवाल और उनकी पत्नी नीना ग्रेवाल एक साथ संसद की शोभा बढ़ा चुकी है.