राजन पाण्डेय/न्यूज़11 भारत
गुमला/डेस्क: जंगली हाथियों के द्वारा जारी प्रखंड क्षेत्र में लगातार उत्पात मचाने को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश देखने को मिला चैनपुर अनुमंडल के जारी प्रखंड के विभिन्न गांवों की सैकड़ों महिलाओं ने चैनपुर वन विभाग का धरना-प्रदर्शन हुए जल्द से जल्द क्षेत्र से हाथियों को बाहर खदेड़ने और पिड़ित किसानों को जल्द मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे. महिलाओं का कहना है कि हम हर दिन डर के साए में जीने को मजबूर हैं.
आए दिन हाथियों का झुंड गांव में आकर फसल और घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. अभी तक बहुत से घरों और फसलों को हाथी नुकसान पंहुचा चुके हैं. जिसका अभी तक पिड़ित किसानों को मुआवजा नहीं मिला है और न ही वन विभाग के द्वारा हाथियों को खदेडे़ने का प्रयास किया जा रहा हैं. पहले सिर्फ एक हाथी का तांडव इस क्षेत्र में था अब पांच जंगली हाथियों का आतंक इस क्षेत्र में हैं. गांव में बच्चे, बूढ़े महिलाएं सभी रतजगा करने को मजबूर है खेत में लगे मक्के एवं धान की फसल को बरबाद कर रहे हैं. इधर महिलाओं ने वन विभाग को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द से जल्द जंगली हाथियों को नहीं खदेड़ा गया और पिड़ित किसानों को मुआवजा नहीं मिलता हैं. तो हमलोग सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे इधर पूरे मामले पर प्रभारी वनपाल बुधदेव बड़ाईक ने कहा कि इस मामले में हमने डीएफओ को सूचना कर दी है जल्द ही पिड़ित किसानों को मुआवजा की राशि का वितरण किया जाएगा.
वहीं क्षेत्र से जंगली हाथियों को भगाने के लिए सभी प्रभावित गांवों में मशाल, मोबील का वितरण किया जाएगा वहीं हाथी भगाओ दस्ता की टीम भी गांव में पंहुच कर हाथियों को खदेडे़ने का काम करेगी. इधर मामले की सूचना पर चैनपुर जिप सदस्य मेरी लकड़ा भी मौके पर पहुंची और फोन पर डीएफओ से बात कर जल्द मुआवजा वितरण करने एवं हाथियों को क्षेत्र से बाहर खदेड़ने की बात कही और हाथी प्रभावित गांवों में मशाल, टार्च एवं पटाखे वितरण करने की भी बात कही.
इस मौके पर जारी प्रखंड क्षेत्र के चटकपुर, रेंगारी, श्रीनगर सहित विभिन्न गांवों की सैकड़ों की संख्या में महिलाएं मौजूद थीकसने के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे और शहर को सुरक्षित बनाएंगे.