शयामानंद सिंह/न्यूज़11 भारत
बिहार/डेस्क: भागलपुर कहलगांव के एनटीपीसी कहलगांव के खिलाफ केडिया और लगमा पंचायत के ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा हैं. वर्षों से लंबित अपनी मांगों को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को एनटीपीसी के मुख्य कोयला आपूर्ति मार्ग एनजीआर रेलवे ट्रैक को अनिश्चितकालीन के लिए जाम कर दिया. गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती, तब तक रेलवे ट्रैक को जाम रखा जाएगा. बता दें कि, इसी रेलवे ट्रैक से एनटीपीसी कहलगांव को कोयले की आपूर्ति होती हैं. ऐसे में इस प्रदर्शन का सीधा असर एनटीपीसी के संचालन पर पड़ना तय माना जा रहा हैं. ग्रामीणों का कहना है कि एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा अब तक केवल आश्वासन ही दिया गया है, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं हुआ है. उनके अनुसार सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत जो क्षेत्रीय विकास होना चाहिए. वह बिल्कुल भी नहीं हो पाया है उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं.
मुख्य सड़क के दोनों किनारों का चौड़ीकरण
सड़क पर टावर लाइट की व्यवस्था स्थानीय अस्पताल का बाउंड्री वॉल निर्माण जर्जर सामुदायिक भवन का पुनर्निर्माण एनटीपीसी द्वारा बनाए गए.
जर्जर स्कूल की मरम्मत और विकास
सीएसआर फंड का स्थानीय विकास कार्यों में पारदर्शी उपयोग. ग्रामीणों का आरोप है कि एनटीपीसी द्वारा सीएसआर फंड का इस्तेमाल यहां के बजाय अन्य स्थानों पर किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में भारी असंतोष हैं.
प्रदर्शनकारियों की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक यह जाम जारी रहेगा. उन्होंने एनटीपीसी प्रबंधन से ठोस कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि केवल कागजी आश्वासन अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.
प्रशासन की भूमिका पर सवाल
इस पूरे घटनाक्रम में प्रशासन की भूमिका पर भी ग्रामीणों ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि स्थानीय प्रशासन द्वारा भी लगातार अनदेखी की जा रही है, जिससे वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि एनटीपीसी प्रबंधन और जिला प्रशासन इस जाम और विरोध प्रदर्शन को लेकर क्या ठोस कदम उठाते हैं, क्योंकि फिलहाल कहलगांव एनटीपीसी के संचालन पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं.