न्यूज़11भारत
रांची/डेस्क: हिंदू धर्म में छठ पूजा का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, यह महापर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से प्रारंभ होता है और चार दिनों तक चलता है. इस अवसर पर महिलाएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए लगभग 36 घंटे का निर्जला व्रत करती हैं, व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा संतान की सलामती और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है. जिसे सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है.
पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है और इसका पारण चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर किया जाता है. यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मनाया जाता है. इस साल छठ पर्व कब से शुरू हो रहा है, आइये जानते है इस साल छठ पूजा, नहाय खाय और खरना किस दिन किया जाएगा.
छठ पूजा कब है?
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि से छठ पूजा का आयोजन होता है. यह षष्ठी तिथि 7 नवंबर को सुबह 12 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर 8 नवंबर को सुबह 12 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी. वहीं, उदया तिथि के अनुसार छठ पूजा 7 नवंबर को मनाई जाएगी, जब शाम को सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा.
नहाय खाय का दिन
छठ पूजा के अवसर पर सूर्य देव की आराधना चार दिनों तक होती है. इस पूजा के पहले दिन को नहाय खाय कहा जाता है, जब श्रद्धालु पवित्र नदियों, जैसे गंगा, में स्नान करते हैं. इस दिन व्रति महिलाएं केवल एक बार भोजन करती हैं. इस बार नहाय खाय 5 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा.
खरना
छठ पूजा का दूसरा दिन खरना के नाम से जाना जाता है. इस दिन सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक निर्जला व्रत रखा जाता है. सूर्यास्त के तुरंत बाद भोजन बनाकर सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोला जाता है. दूसरे दिन प्रसाद ग्रहण करने के बाद तीसरे दिन का व्रत शुरू होता है. इस बार 6 नवंबर, 2024 को किया जाएगा.
छठ पूजा का संध्या अर्घ्य
छठ पूजा के तीसरे दिन भी निर्जला उपवास रखा जाता है. इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है. तीसरे दिन का व्रत रातभर चलता है और छठ के व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है. साल 2024 में छठ पूजा का संध्या अर्घ्य 7 नवंबर, 2024 को होगा.
व्रत का पारण
छठ पूजा के चौथे और अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है, जिसे उषा अर्घ्य के नाम से भी जाना जाता है. सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात व्रत का समापन किया जाता है. इस बार छठ के व्रत का पारण 8 नवंबर, 2024 को होगा.