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रांची/डेस्क: देर रात तक जागना मॉडर्न लाइफस्टाइल में एक आम बात हो गई हैं. चाहे वो ऑफिस का काम हो, परीक्षा की तैयारी हो, सोशल मीडिया पर टाइम बिताना हो या फिर ऑनलाइन एंटरटेनमेंट पर ज्यादा समय देना. लोग अक्सर इन सभी कारणों से देर रात तक जागते हैं. हालांकि ये आदत सेहत के लिए बिल्कुल ठीक नहीं हैं. नींद की कमी ना केवल फिजिकल हेल्थ पर असर डालती है बल्कि मेंटल और ईमोशनल बैलन्स भी बिगाड़ सकती हैं. आइए आपको बताते है नींद की कमी के कारण किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं.
वजन बढ़ने की समस्या
नींद की कमी और मोटापे के बीच गहरा संबंध होता हैं. जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं. तो शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो जाता हैं. लैटिन (भूख कम करने वाला हार्मोन) का स्तर कम हो जाता है और ग्रेसलिन (भूख बढ़ाने वाला हार्मोन) का स्तर बढ़ जाता हैं. इसके कारण आपको बार-बार भूख लगती हैं. खासकर मीठा और हाई कैलोरी वाला खाना खाने की इच्छा होती हैं. इससे वजन बढ़ने और मोटापे की समस्या हो सकती हैं. इसके साथ ही, शरीर की मेटाबोलिक दर नींद की कमी से प्रभावित होती है, जिससे वजन कम करना काफी मुश्किल हो जाता हैं.
मेंटल हेल्थ पर पड़ता है नेगटिव असर
मेंटल हेल्थ पर नींद की कमी का नेगटिव असर पड़ता हैं. पर्याप्त नींद ना लेने से तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं हो सकती हैं. नींद के दौरान हमारा मस्तिष्क दिनभर की गतिविधियों को प्रोसेस करता हैं. तनाव को भी कम करता हैं. जब नींद नहीं पूरी होती, तो मस्तिष्क ठीक से काम नहीं कर पाता. जिससे मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और गुस्सा आने लगता हैं. लंबे समय तक नींद की कमी से गंभीर मानसिक विकार भी हो सकते हैं.
इम्यूनिटी का कमजोर होना
हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक को बढ़ाने में नींद काफी मदद करती हैं. जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते है, तो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती हैं. इससे आप बार-बार बीमार पड़ सकते हैं. सर्दी-जुकाम, फ्लू और अन्य संक्रमण की समस्या हो सकती हैं. नींद की कमी से शरीर में सूजन बढ़ सकती है, जो कई गंभीर बीमारियों जैसे हार्ट डिजीज, डायबिटीज और कैंसर का कारण बन सकती हैं.
दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है
नींद की कमी से हार्ट से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. हमारा शरीर खुद को रिपेयर नींद के दौरान करता हैं. रक्तचाप को भी नियंत्रित करता हैं. जब नींद नहीं पूरी होती तो ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे हार्ट पर एक्स्ट्रा दबाव बनता हैं. इससे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता हैं. कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बिगड़ सकता हैं. नींद की कमी होने से जो हृदय रोगों को बढ़ावा देता हैं.
याददाश्त और फोकस में कमी का सामना करना पड़ता है
हमारे मस्तिक के लिए नींद बेहद जरूरी हैं. यह हमारी याददाश्त, सीखने की क्षमता और एकाग्रता को बनाए रखने में मदद करती हैं. नींद की कमी से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, जिससे याददाश्त कमजोर हो सकती है और नई चीजें सीखने में दिक्कत हो सकती हैं. इसके अलावा नींद की कमी से एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता भी प्रभावित होती है, जिससे दिनभर की गतिविधियों में गलतियां होने की संभावना बढ़ जाती हैं.