कृष्ण कुमार लाल/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: चम्पाई मंत्रिमंडल में कांग्रेस के चेहरे बदले जाएंगे. यही नहीं, आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद खाली पद को जल्द भरे जाएंगे. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने ये संकेत दिए हैं. दिल्ली में सोमवार को कांग्रेस की बड़ी बैठक हुई. झारखंड कांग्रेस के तमाम बड़े नेता अब भी दिल्ली में मौजूद हैं. लेकिन इसी बीच अचानक प्रदेश प्रभारी रांची पहुंचे और होटवार जेल में हेमंत सोरेन से मुलाकात की. जिसके बाद गुलाम अहमद मीर ने कहा कि, झारखंड में जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. यही नहीं, कांग्रेस कोटे के कुछ मंत्री बदले जा सकते हैं.
अब सवाल उठता है कि, कांग्रेस कोटे के किस मंत्री की कुर्सी जाएगी. फिलहाल कांग्रेस कोटे से तीन मंत्री हैं. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख. जबकि ED की गिरफ्तारी के बाद आलमगीर आलम ने इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि, अगर मंत्रिमंडल में कांग्रेस के चेहरे बदले जाएंगे. तो फिर कांग्रेस कोटे के किस मंत्री पर तलवार लटक रही है.
33 सीटों पर कांग्रेस का दावा
जेल में हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद गुलाम अहमद मीर ने विधानसभा की 33 सीटों पर दावा ठोका. मीर ने कहा कि, 2019 में कांग्रेस 31 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जबकि चुनाव के बाद विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो गए थे. ऐसे में कांग्रेस का दावा 33 सीटों पर बनता है..मीर ने कहा कि, सीटों पर अंतिम फैसला चुनाव के दौरान होगा. उन्होंने कहा कि, 2019 में जिन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी थी. लेकिन कुछ सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन खराब था. वहीं कुछ सीटों पर साथी दल का प्रदर्शन खराब था. ऐसे में ऐसे सीटें इधर उधर हो सकती है.
कांग्रेस के दावे पर क्या बोला JMM?
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने विधानसभा की 33 सीटों पर दावा ठोका. जिसपर JMM के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि, कांग्रेस सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जबकि JMM भी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. लेकिन कौन कितने प्रत्याशी उतारेगा. इसका फैसला बाद में होगा.
बीजेपी ने कसा तंज, कहा: ये सीएम का अपमान
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने जेल में हेमंत सोरेन से मुलाकात की. मुलाकात के बाद मीर ने मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होने की बात कही. जिसपर बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि, मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. मुख्यमंत्री को तय करना है कि, कौन मंत्री बनेगा. लेकिन अब मुख्यमंत्री को दरकिनार कर इसे लेकर जेल में चर्चा की जा रही है. ये सीएम का अपमान है.