अनंत/न्यूज़11भारत
बोकारो/डेस्क: तेनुघाट में अक्षय नवमी के पावन अवसर पर रविवार को महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की. इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन स्थानीय महिलाओं द्वारा किया गया, जिसमें परिवार सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए.
पूजा में मुख्य पुजारी राजीव कुमार पांडेय ने बताया कि अक्षय नवमी को आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन सत युग की शुरुआत हुई थी और भगवान श्रीकृष्ण ने अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए वृंदावन से मथुरा की यात्रा प्रारंभ की थी. पंडित पांडेय ने कहा कि आंवले के वृक्ष की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है, जिसमें संतान सुख, रोगों से रक्षा और स्वास्थ्य लाभ शामिल हैं.
पूजा विधि के अनुसार, महिलाएं आंवले के वृक्ष के तने पर कच्चा सूत या मोली लपेटते हुए 9 या 108 बार परिक्रमा करती हैं. धार्मिक मान्यता है कि आंवले के वृक्ष की पूजा से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है, क्योंकि इस वृक्ष में लक्ष्मी का वास माना गया है. पूजा के पश्चात्, वृक्ष के नीचे भोजन ग्रहण करना भी शुभ माना जाता है.
इस अवसर पर पूजा में शामिल श्रद्धालुओं में रेखा सिन्हा, चंद्रलेखा कटरियार, अमला कटरियार, अंजली कटरियार, सुजाता प्रसाद, शालिनी सिन्हा, ममता कटरियार, विभा सिन्हा, अनीता सिन्हा, जया विश्वनाथन, हेमा कटरियार, सुष्मिता कटरियार, तनुजा सिन्हा, अनुजा कटरियार, मुकुलिका कटरियार, अनु सिन्हा सहित अन्य महिलाएं उपस्थित रहीं. पूजा के पश्चात सभी ने आंवला वृक्ष के नीचे प्रसाद रूपी भोजन ग्रहण कर इस पावन दिन का उत्सव मनाया.
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