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रांची/डेस्क: हमेशा सुनने को मिलता है कि कहीं खुदाई के दौरान सोना-चांदी मिल गया, या फिर किसी पुराने घर को तोड़ते वक्त खजाना निकल आया. क्या आपको कभी यह ख्याल आया है कि आपके घर के आसपास, या फिर किसी पुराने खंडहर में सचमुच सोना हो सकता है? या क्या यह हो सकता है कि आपके पुश्तैनी घर में कहीं सोने का खजाना दबा हो?
आखिरकार, हम ऐसे रहस्यों का पता कैसे लगा सकते हैं? क्या विज्ञान अब तक इतना आगे बढ़ चुका है कि किसी जमीन के नीचे दबे खजाने का सटीक पता लगाया जा सके? जवाब है हां, अब ऐसा संभव है. और इसमें मदद करती हैं कुछ बेहद उन्नत मशीनें, जो बिना किसी खुदाई के यह पता लगाने में सक्षम हैं कि कहीं जमीन के नीचे सोना तो नहीं दबा है!
क्या होती हैं ये मशीनें?
आजकल कई ऐसी अत्याधुनिक मशीनें उपलब्ध हैं जो जमीन के अंदर तक जाकर पता लगा सकती हैं कि वहां कुछ छिपा है या नहीं. इनमें से एक प्रमुख उपकरण है गोल्ड डिटेक्टर. यह मशीन धरती के नीचे की गहराई में छुपी धातुओं का पता लगाने के लिए सिग्नल का इस्तेमाल करती है. जब यह मशीन ज़मीन के ऊपर से स्कैन करती है, तो यदि कहीं कोई धातु या खजाना दबा होता है, तो मशीन उसका सिग्नल देती है. इसके अलावा, जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) जैसी तकनीकें भी ज़मीन के अंदर से सटीक जानकारी प्रदान करती हैं. इसमें मिट्टी की परतों का विश्लेषण किया जाता है और फिर अंदर की स्थिति का पता लगाया जाता है.
कैसे काम करती हैं ये डिटेक्टर मशीनें?
गोल्ड डिटेक्टर में एक कॉइल होती है, जिसे ज़मीन के ऊपर घुमाते हुए रखा जाता है. जैसे ही मशीन किसी धातु, खासकर सोने की धातु के पास पहुंचती है, यह एक खास सिग्नल देती है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस स्थान पर खजाना दबा हो सकता है. इसके अलावा, जीपीआर तकनीक में मिट्टी की स्टेप बाई स्टेप जांच की जाती है, और फिर उस डेटा का विश्लेषण किया जाता है. यह प्रक्रिया बेहद सटीक होती है और आपको यह जानने में मदद करती है कि कहीं कोई खजाना दबा है या नहीं.
कीमत कितनी होती है?
यह तकनीक जितनी एडवांस होती है, उतनी ही इसकी कीमत भी बढ़ती है. एक सामान्य गोल्ड डिटेक्टर की कीमत बाजार में 70,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक हो सकती है. लेकिन यदि आप किसी अत्याधुनिक मशीन की बात करें, जो 50 मीटर तक की दूरी कवर कर सके, तो उसकी कीमत 12,000 डॉलर (लगभग 10 लाख रुपये) तक हो सकती है. इन महंगी मशीनों में कुछ ख़ासियतें होती हैं, जैसे ज्यादा सटीकता और विस्तृत जानकारी, जो आपको एकदम सही अंदाजा देती हैं कि ज़मीन के नीचे क्या दबा हो सकता है.
क्या आपको अपनी ज़मीन में छुपा खजाना मिल सकता है?
अक्सर यह माना जाता है कि जहां मिट्टी में खास किस्म के मिनरल्स होते हैं, वहां खजाना दबा हो सकता है. इसके अलावा, कुछ जगहों पर पौधों की पत्तियों में भी सोने के कण होते हैं, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ज़मीन के नीचे सोना हो सकता है. वैज्ञानिक भी इन संकेतों का अध्ययन करते हैं और फिर डिटेक्टर मशीनों का इस्तेमाल करके सटीक जानकारी प्राप्त करते हैं.