ज़फ़र आक़िल/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: केन्द्र सरकार लगातार भ्रष्टाचार, जालसाजी पर अंकुश लगाने को तत्पर दिख रही है. केन्द्र की मोदी सरकार इसको लेकर गंभीर है. सरकार ने इसके लिए केन्द्रीय एजेंसियों को छूट दे रखी है. इस बार डाक विभाग में हुए गड़बड़ झाला को लेकर सीबीआई ने दबिश बनायी है. सीबीआई ओड़िशा के 67 जगहों पर छापेमारी कर रही है. डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक की बहाली में हुई अनियमितता के खिलाफ यह छापेमारी की जा रही है. इसमें 63 ग्रामीण डाक सेवकों ने फर्जी सर्टिफिकेट जमा किया है.
63 अभ्यर्थियों ने ओड़िशा सर्किल में दसवीं का जाली सर्टिफिकेट जमा किया
ग्रामीण डाक सेवक परीक्षा 2023 में 63 अभ्यर्थियों ने ओड़िशा सर्किल में दसवीं का जाली सर्टिफिकेट जमा किया है. इसपर जांच करने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गयी. ग्रामीण डाक विभाग ने जनवरी 2023 में 1383 ग्रामीण डाक सेवक की बहाली के लिये आनलाइन आवेदन करने की सूचना निकाली थी. इसमें आनलाइन आवेदन के दौरान दसवी का सर्टिफिकेट भी वेबसाइट पर लोड करने को कहा गया था. सर्टिफिकेट जांच के दौरान ओड़िशा सर्किल में 63 लोगों के दसवी का सर्टिफिकेट जाली पाया गया.
सीबीआई के कई अधिकारी कर रहे हैं अलग-अलग जगहों पर छापेमारी
सीबीआई और दूसरे विभागों के करीब 204 अधिकारी ओड़िशा के अलग अलग जगहों पर छापेमारी कर रहे हैं. कालाहांडी, नुआपाड़ा, रायगढ़ा, नबरंगपुर, कंधामल, केंदुझर, मयूरभंज, बालासोर और भद्रक में छापेमारी की जा रही है. सीबीआई इस पूरे मामले की तह तक जाकर इसमें शामिल सिंडिकेट के मुख्य लोग तक पहुंचने की कोशिश में है ताकि इस तरह की जालसाजी में बहुत हद तक रोक लगायी जा सके.
एक बड़े सिंडिकेट का खुलासा हो सकता है
सीबीआई की दबिश से जालसाजों के सिंडिकेट में हड़कंप मच गया है. ओड़िशा में हो रही इस जांच से देश के दूसरे हिस्सों में तार जुड़ सकते हैं और एक बड़े सिंडिकेट का खुलासा हो सकता है. जो जाली सर्टिफिकेट के आधार पर लोगों को नौकरियां दिलाने के नाम पर बड़े पैमाने पर हेरफेर कर लाखों की कमाई कर वारे न्यारे कर रहे है. सिंडिकेट में जालसाजों का कनेक्शन अधिकारियों के साथ होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.