प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: बरवाडीह थाना परिसर में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (NTPC) के तहत सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (COTPA 2003) के प्रभावी अनुपालन और तंबाकू के दुष्प्रभावों को रोकने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. यह कार्यक्रम नोडल पदाधिकारी एनसीडी सेल, लातेहार के नेतृत्व में हुआ. इस अवसर पर बरवाडीह थाना प्रभारी राधेश्याम कुमार और लातेहार से आए नोडल पदाधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहे. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य तंबाकू उत्पादों के उपयोग को रोकना, तंबाकू नियंत्रण कानून के अनुपालन को सुनिश्चित करना और इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था.
प्रशिक्षण के दौरान नोडल पदाधिकारी ने COTPA 2003 की विभिन्न धाराओं की जानकारी दी और इसके प्रभावी कार्यान्वयन पर जोर दिया:
1. सार्वजनिक स्थानों जैसे होटल, रेस्तरां, सिनेमा हॉल, मॉल आदि में धूम्रपान पर पूर्ण प्रतिबंध है. उल्लंघन करने पर 200 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. इन स्थानों पर "नो स्मोकिंग" बोर्ड (60 सेमी x 30 सेमी) लगाना अनिवार्य है.
2. तंबाकू उत्पादों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विज्ञापन पर रोक है. तंबाकू बेचने वाली दुकानों को "तंबाकू के कारण कैंसर होता है" जैसे संदेश वाले बोर्ड (60 सेमी x 45 सेमी) प्रदर्शित करने होंगे. उल्लंघन करने पर 1000 से 5000 रुपये तक जुर्माना या 1 से 5 साल की कैद हो सकती है.
3. 18 वर्ष से कम आयु के नाबालिगों को तंबाकू उत्पाद बेचना कानूनन अपराध है. दुकानों को यह स्पष्ट करने वाला बोर्ड लगाना होगा कि "18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तंबाकू बेचना मना है."
4. किसी भी शैक्षणिक संस्थान के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पाद बेचना निषेध है. उल्लंघन करने पर 200 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.
कार्यक्रम के दौरान नोडल पदाधिकारी ने कहा कि तंबाकू के उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों जैसे कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों को रोकने के लिए समाज में व्यापक जागरूकता आवश्यक है. उन्होंने कानून का सख्ती से पालन कराने और तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. थाना प्रभारी राधेश्याम कुमार ने तंबाकू नियंत्रण के लिए स्थानीय स्तर पर सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया. उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अपने समुदाय में तंबाकू के खिलाफ जागरूकता फैलाएं और अपने क्षेत्र को तंबाकू-मुक्त बनाने में सहयोग दें.
इस कार्यक्रम में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और तंबाकू नियंत्रण कानूनों के पालन में सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने समाज में तंबाकू के दुष्प्रभावों और नियंत्रण के उपायों को लेकर जागरूकता फैलाने का एक मजबूत संदेश दिया. यह प्रयास निश्चित रूप से तंबाकू के उपयोग को कम करने और एक स्वस्थ समाज बनाने में सहायक होगा.