प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र के कुमंडीह होशिर निवासी अनीता देवी, जो जीवन हॉस्पिटल, बरवाडीह में डिलीवरी के लिए भर्ती थीं, गंभीर स्थिति से गुजर रही थीं. उनका हीमोग्लोबिन स्तर मात्र 4.6 ग्राम था, और डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने के लिए तत्काल A+ ब्लड ग्रुप की आवश्यकता बताई. इस मुश्किल समय में बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र के खुरा निवासी और यादव डीजे के संचालक ने आगे आकर अपनी मानवता का परिचय दिया. उन्होंने अपने जीवन में पहली बार रक्तदान कर अनीता देवी की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी इस पहल ने समाज में एक नई प्रेरणा की मिसाल पेश की है. रक्तदान के बाद यादव डीजे संचालक ने कहा, "यह मेरा पहला रक्तदान था, और मुझे गर्व है कि मैं किसी की जान बचाने में मदद कर सका. रक्तदान सबसे बड़ा दान है, और मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे भी आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करें." इस घटना ने क्षेत्र के लोगों को यह संदेश दिया है कि संकट के समय एक छोटा सा कदम भी बड़ा बदलाव ला सकता है.