झारखंडPosted at: दिसम्बर 10, 2024 झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी के लिए बनेगी नियामक संस्था, गरीबों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे: डॉ इरफान अंसारी
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने निजी स्वास्थ्य संस्थानों की मनमानी पर सख्त कदम उठाने की घोषणा की
न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: झारखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने निजी नर्सिंग होम, निजी अस्पतालों और जांच केंद्रों द्वारा की जा रही मनमानी पर चिंता व्यक्त करते हुए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. राज्य भर से आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मंत्री महोदय ने व्यापक स्तर पर जांच कराने और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है. मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने घोषणा की है कि निजी नर्सिंग होम, अस्पतालों और डायग्नोस्टिक सेंटरों पर नियंत्रण रखने के लिए राज्य स्तर पर एक नियामक संस्था का गठन किया जाएगा. यह संस्था इन स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी करेगी और आम नागरिकों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.
मंत्री इरफान अंसारी ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से निजी अस्पतालों की निगरानी के लिए सक्षम अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी. यह अधिकारी निजी स्वास्थ्य संस्थानों की सेवाओं की देखरेख करेंगे ताकि गरीब और जरूरतमंद मरीजों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय और लापरवाही न हो. डॉ. इरफान अंसारी ने अपने वक्तव्य में कहा, "झारखंड राज्य को पहली बार एक डॉक्टर स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर मिला है, और इसका लाभ पूरे राज्य को मिलना चाहिए. अब गरीब मरीजों को इलाज के अभाव में जान गंवानी नहीं पड़ेगी. स्वास्थ्य विभाग आम लोगों के हितों के साथ किसी तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगा." इस निर्णय से झारखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जाएगा, जहां सभी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी.