देश-विदेशPosted at: जुलाई 25, 2024 यहां विगत 300 वर्षों से लगता आ रहा है सांपो का मेला, बच्चे हाथ में लेकर दिखाते हैं करतब

न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- एक जगह ऐसा भी जहां लगता है सांपों का मेला. असल में नगपंचमी के दिन हर साल यह अद्भुत मेला बिहार में लगता है. इस मेले को देखने के लिए दूसरे राज्यों से भी लोग देखने के लिए आते हैं, मान्यताएं ये हैं कि इस मेले मे मांगी जाने वाली सारी मुरादें पुरी होती है. बताया जाता है पिछले तीन सौ साल से परंपरागत तरीके से बिहार के इस जिले में लोग बड़े धुमधाम से मनाते आते हैं. बिहार के समस्तीपुर जिले के सिंघिया में यह मेला का आयोजन होता है. यहां के नदी में भक्त सैकड़ों की संख्या में सांप के डुबा कर निकालते हैं. नगपंचमी में लगने वाले इस मेले का एक एतिहासिक है. हजारों की संख्या में लोग श्रद्धापुर्वक इस मेले को देखने के लिए आते हैं. इस दिन नदी से तरह तरह के सांप निकाले जाते हैं. भक्त हाथ और मु्ह से पकड़ कर सांप को निकालते हैं. मेले की शुरआत भगत सिंधिया स्थित मां भगवती के मंदिर में पूजा अर्चना कर शुरु किया जाता है इसके बाद नदी में डुबकी लगा कर सांप को बाहर निकालते हैं और गले व हाथ में लपेट कर घमते नजर आतें हैं. युवक के अलावे यहां के छोटे छोटे बच्चे भी सांप पकड़ कर खेलते नजर आते हैं. कुछ लोग इसे भगवान का चमत्कार कहते हैं. लोग कहते हैं कि इस दिन मांगी गई सारी मुरादें पुरी होती है. इस तरह का सांपों का मेला और कहीं देखने को नहीं मिलता है. इस मेले का एक अलग महत्व भी है.