प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: बड़कागांव थाना परिसर में महुदी रामनवमी जुलूस मार्ग को लेकर दोनों पक्षों के बीच शांति समिति की विशेष बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता अंचलाधिकारी बालेश्वर राम एवं संचालन थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल ने किया. बैठक के लिए अंचलाधिकारी बालेश्वर राम ने महुदी गांव के हिंदू पक्ष से 6 एवं मुस्लिम पक्ष से 6 लोगों को लेटर जारी कर आमंत्रित किया था. जिसमें प्रबुद्ध नागरिक एवं जनप्रतिनिधि लोगों को भी बुलाया गया था. दोनों पक्ष के लोगों ने शालीनता के साथ अपनी-अपनी बातों को रखा. इस दौरान दोनों पक्ष एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे परंतु जन प्रतिनिधियों ने इसे समाधान करने पर जोर देते रहे. मौके पर एसडीपीओ कुलदीप कुमार ने लोगों से कहा कि हृदय को स्वच्छ रख एक दूसरे का सम्मान कर आगे बढ़िये. निश्चित रूप से समस्या का समाधान होगा.
आगे एसडीपीओ ने स्कूल के पास धरना पर बैठे लोगों को धरना उठा लेने के लिए कहा गया है. अंचलाधिकारी ने कहा कि एसडीओ के निर्देशानुसार अगली बैठक 21 जुलाई को बड़कागांव थाना परिसर में ही होगी. लगातार बैठक करना होगा दोनों समुदाय सामंजस्य के साथ आगे बढ़े ताकि मामले का समाधान हो सके. इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने अपने प्रतिक्रिया दी है जिसमें पूर्व विधायक लोकनाथ महतो ने कहा कि 2024 की रामनवमी की जुलूस मुस्लिम भाइयों ने नहीं रोकी थी, बल्कि प्रशासन के द्वारा रोकी गई थी. दो-चार वर्ष पूर्व महुदी में यज्ञ हुआ था जिसमें जितना चंदा हिंदू ने दिया था उतना ही मुस्लिम ने भी चंदा देकर सहयोग किया था. 364 दिन दोनों समुदाय एक साथ रहते हैं एक दिन के लिए लड़ते हैं इसे समाप्त करें. जिप सदस्य सुनीता देवी ने कहीं की हिंदू मुस्लिम दोनों का खून का रंग एक ही है, तो इतनी गहरी भेदभाव क्यों. आपस में बैठकर सूझबूझ से इसे जल्द समाधान करें और महुदी गांव को जलने से बचाए. उप प्रमुख बचन देव कुमार ने कहा कि हम लोग स्वतंत्र भारत के स्वतंत्र नागरिक हैं, सभी नागरिक को यहां स्वतंत्रता प्रदान की गई है. धर्म की रक्षक बनकर काम करें धर्म का विरोधी नहीं बने. हाजी तबस्सुम ने कहा कि आप दोनों समुदाय अपने गांव में ही बैठकर समस्या का समाधान कर सकते हैं लोगों को थोड़ा लचीलापन दिखलाना होगा. सीताराम राणा ने कहा कि महुदी में आज तक हम लोगों में कोई लड़ाई नहीं हुई है. बैठक के लिए हमेशा हम लोग हिंदू पक्ष तैयार रहते हैं. मुस्लिम के त्यौहार में हम लोग आज तक विरोध नहीं किए हैं. दोनों समुदाय के द्वारा 2018 में तिरंगा जुलूस निकाला निकाला गया था और निर्णय लिया गया था कि अगले वर्ष रामनवमी के जुलूस निकाली जाएगी इसे लेकर कई बार बैठक भी हुई परंतु समस्या समाधान नहीं हुआ.
वहीं मोहम्मद मखदूम आलम ने प्रशासन से कहा कि कहा कि जुलूस मार्ग के लिए सरकार द्वारा हम लोगों से महुदी स्कूल से ट्रांसफार्मर तक और आंगनबाड़ी से लेकर नदी तक जमीन ली गई है. उसे वापस कर दिया जाए, तभी आप सर्वे रोड से रामनवमी की जुलूस निकाल सकते हैं. वही महुदी के सदर मोहम्मद फारूक ने कहा कि हम लोग रोड देने वाले कौन हैं, रोड तो सरकार का है.मोहर्रम के बाद भी लोग धरना दे सकते थे. भाईचारा निभाने की जरूरत है दोनों पक्ष से पांच-पांच लोग रहेंगे और प्रशासन के साथ बैठक करेंगे.कांडतरी पंचायत मुखिया पारसनाथ प्रसाद ने कहा की बैठक में दो रोड की बात आई है जिनका जमीन है, प्रशासन उन्हें वापस कर दे और मामला खत्म कीजिए. पंचायत समिति सदस्य रंजीत चौबे ने कहा कि अपने इगो को छोड़िए, महुदी नेता पैदा करने का फैक्ट्री बन गया है, महुदी के लोग अब नेता पैदा करने नहीं दें. आदित्य साहू सोनी ने कहा कि यह विवाद देश की आजादी से पहले का है, महुदी में एक समुदाय को जुलूस निकालने का अनुमति है ,तो दूसरे समुदाय को क्यों नहीं मिलती है, प्रशासन इस पर विचार करें. बड़कागांव मध्य पंचायत मुखिया तकरीमुल्लाह खान ने कहा कि आखिर हम दोनों समुदाय के लोग कब तक लड़ाई लड़ते रहेंगे, मिलजुल कर साथ चलिए तभी हमारा पंचायत और गांव का भी विकास होगा.शमशेर आलम ने कहा कि फोर्स दबाव से समस्या का समाधान नहीं होगा मुझे विश्वास है कि लगातार बैठक हो तभी समस्या का समाधान होगा.पीछे की बातों को याद नहीं करें वर्तमान को देखें.
मौके पर उपस्थित लोगों में मुख्य रूप से बीडीओ जितेंद्र कुमार मंडल, जिप सदस्य सुनीता देवी, हाजी तबस्सुम, कांग्रेस युवा नेता बाबर हुसैन, पंसस रितेश ठाकुर, रंजीत चौबे, मुखिया पारसनाथ प्रसाद, मुखिया संघ अध्यक्ष रंजीत कुमार, तकरीमुला खान, रवि कुमार, भीखन महतो, शमशेर आलम, सोनू इराकी, मोहम्मद इब्राहिम, खेमलाल महतो, दामोदर प्रसाद मेहता, शिबू उर्फ शिव शंकर, बीगल किशोर महतो, बेचन साहू, सहेस कुमार, मोहम्मद शमशेर विनोद महतो के अलावा प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे.