न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः आदिवासियों के साथ BJP की पूरी सरकार खड़ी है. साथ ही पाकुड़ के महेशपुर इलाके में स्थित गायबथान में जिन आदिवासियों के साथ दूसरे समुदाय के लोगों ने मारपीट की थी उन आदिवासियों को BJP एक- एक लाख रुपये इलाज और कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए देगी. यह घोषणा असम के सीएम और झारखंड में बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने उन आदिवासियों से मुलाकात के बाद कही है, जो जमीन विवाद में जख्मी हो गए हैं. वह दो दिवसीय दौरे पर झारखंड पहुंचे हैं और आज पाकुड़ जिले के दौरे पर हैं. उनके साथ राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश और लुइस मरांडी भी मौजूद हैं. हिमंता बिस्वा सरमा के इस दौरे पर प्रशासन की सख्ती भी उभरकर सामने आ गयी है.
SPT कानून के बावजूद कैसे हो गयी आदिवासी की जमीन दूसरे समुदाय को ट्रांसफर
गायबथान इलाके में दंदु हेम्ब्रम की जमीन पर सफारुद्दीन अंसारी और कलीमुद्दीन अंसारी सहित अन्य लोग मालिकाना हक का दावा कर रहे थे. जब जमीन मालिक दंदु और परमेश्वर हेम्ब्रम ने इसका विरोध किया तो दूसरे पक्ष के दर्जनों लोग जुट गए और उन हमला कर दिया. इस दौरान चार लोगों को गंभीर चोटें आईं. ग्रामीणों के अनुसार सफारुद्दीन यह कहकर जमीन पर मालिकाना हक का दावा कर रहा था कि उसके परिजन रहमतुल्लाह अंसारी को निमाई हेम्ब्रम ने चार कट्ठा जमीन दी थी. जिस पर वे मकान बनाकर रहते थे, लेकिन रहमतुल्लाह की मौत के बाद उनका परिवार गांव छोड़कर चला गया. लेकिन पाकुड़ में SPT कानून के बावजूद आदिवासी की जमीन दूसरे समुदाय को ट्रांसफर कैसे हो गयी यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. इस मामले में वहां के ग्राम प्रधान गणेश मुर्मू ने कहा है कि यह जमीन दंदु हेम्ब्रम और परमेश्वर हेम्ब्रम की है. जब वे उस जमीन पर घर बना रहे थे, तभी सफारुद्दीन और कलीमुद्दीन समेत कई लोग वहां पहुंचे, वहां तोड़फोड़ करने लगे. लोगों ने दंदु और परमेश्वर हेंब्रम के साथ मारपीट भी की.
गोपीनाथपुर जाने से क्यों रोका गया हिमंता को ?
पाकुड़ दौरे के दौरान हिमंता बिस्वा सरमा जब पाकुड़ के गोपीनाथ पुर जा रहे थे तो स्थानीय प्रशासन ने उन्हें रोक दिया. लेकिन उन्हें गोपीनाथपुर जाने से क्यों रोका गया यह सावल खड़ा हो गया है. क्या जिला प्रशासन पाकुड़ की सच्चाई को छुपाना चाहती है. इस मामले में हिमंता बिस्वा सरमा ने बातचीत में बताया कि उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि हिमंता बिस्वा सरमा के गोपीनाथपुर जाने से बंगाल और झारखंड के घुसपैठियों के द्वारा विरोध किया जा सकता है. साथ ही हिमंता की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो सकते हैं. हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा कर दिया है कि पाकुड़ पूरी तरह से बांग्लादशी घुसपैठ का शिकार बन गया है और पाकुड़ की स्थिति बहुत ही खराब है.
गोपीनाथपुर में है क्रिस्टोनगर, जहां खूब मचा था उत्पात
गोपीनाथपुर ही वह इलाका है जहां क्रिस्टोनगर बसा है वहां सैक़ड़ों की संख्या में हिंदू रहते हैं. इसी क्रिस्टोनगर में बकरीद के अवसर पर बंगाल से आए लोगों ने प्रतिबंधित मांस काट दिया था. जिसका स्थानीय लोगों ने खूब विरोध किया. दोनों पक्षों के बीच 72 घंटे से ज्यादा मारपीट चली, ईंट पत्थर फेंके गए, एक घर को आग लगायी गयी और पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील रहा. मामले की छानबीन के लिए BJP के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां पहुंचे जहां स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पूरे इलाके में तेजी से घुसपैठ हो रहा है. बंगाल के रास्ते घुसपैठिए अन्दर आ रहे हैं और मारपीट कर जमीनों पर कब्जा करना चाह रहे हैं.