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रांची/डेस्क: अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की आधिकारिक यात्रा के दौरान, भारत और यूएई ने सोमवार को कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जिससे दोनों देशों के बीच परमाणु ऊर्जा और पेट्रोलियम जैसे क्षेत्रों में सहयोग का मार्ग प्रशस्त हुआ. यूएई में बराक परमाणु ऊर्जा संयंत्र के संचालन और रखरखाव के लिए अमीरात परमाणु ऊर्जा कंपनी (ईएनईसी) और न्यूक्लियर पावर कोऑपरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. साथ ही, अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच दीर्घकालिक एलएनजी आपूर्ति के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
फरवरी में प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई का दौरा किया था
एडीएनओसी और इंडिया स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (आईएसपीआरएल) के बीच समझौता ज्ञापन; ऊर्जा भारत और एडीएनओसी के बीच अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक 1 के लिए उत्पादन रियायत समझौता; और भारत में फूड पार्कों के विकास पर गुजरात सरकार और अबू धाबी डेवलपमेंटल होल्डिंग कंपनी पीजेएससी (एडीक्यू) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. विदेश मंत्रालय ने कहा कि शेख खालिद बिन जायद अल नाहयान 8 सितंबर को भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने क्राउन प्रिंस के आगमन पर उनका स्वागत किया. राष्ट्रीय राजधानी में उतरने के बाद उनका औपचारिक स्वागत भी किया गया. बता दें कि इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई का दौरा किया था. उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और आठ समझौतों का आदान-प्रदान किया.