झारखंडPosted at: दिसम्बर 28, 2024 झारखंड में भी केजी से पीजी तक जनजातीय भाषा में पढ़ाई हो, इसकी पहल शुरू कर दी गई है: रामदास सोरेन
न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क : जनजातीय भाषा पर रामदास सोरेन लगातार जोर दे रहे हैं. यही वजह है कि शिक्षा मंत्री बनने के बाद वह जनजातीय भाषा में पढ़ाई प्राथमिक शिक्षा से शुरू की जाए इसकी बात वह कह रहे हैं. शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा है कि इस विषय को लेकर आज उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री से सहमति भी मिल गई है.
लिहाजा विभाग को यह निर्देशित किए है कि जनवरी माह के पहले हफ्ते में झारखंड से एक टीम बंगाल जाएगी अध्ययन करने के लिए. क्योंकि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर जनजातीय भाषा में केजी से पीजी तक पढ़ाई होती है. बंगाल की इस मॉडल को झारखंड सरकार अपनाना चाहती है. यही वजह है कि अब झारखंड भी बंगाल के मॉडल को अध्ययन करने के लिए एक टीम पश्चिम बंगाल भेजना चाहती है. टीम अध्ययन करने के बाद झारखंड सरकार को रिपोर्ट देगी और उसके बाद उसे रिपोर्ट के आधार पर झारखंड में भी इस मॉडल को लागू किया जाएगा.