प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: शांति निकेतन पब्लिक स्कूल में रविवार को 18वें वार्षिक उत्सव के अवसर पर "सिंफनी-25" कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ मनिका विधायक रामचंद्र सिंह और जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर समेत अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. स्कूल के निदेशक डॉ. पवन कुमार और प्रिंसिपल सांतनु डे ने अतिथियों को बुके, अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया.
छात्र-छात्राओं ने दी शानदार प्रस्तुतियां
कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं द्वारा प्रस्तुत स्वागत गान से हुई. इसके बाद बच्चों ने एकल एवं सामूहिक नृत्य, झारखंड का आदिवासी नृत्य, नाटक, ड्रामा और देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम पेश किए. छात्रों ने हिंदू-मुस्लिम एकता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और देशभक्तों की वीरता पर संदेशात्मक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोह लिया.
विधायक बोले – बच्चों को संस्कारवान बनाना जरूरी
विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ बच्चों को संस्कारवान बनाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि माता-पिता के बाद शिक्षण संस्थानों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है. उन्होंने छात्रों के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों और शिक्षकों की मेहनत साफ झलक रही है.
जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर ने कहा कि छात्रों के कौशल विकास के लिए इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम जरूरी हैं. उन्होंने बच्चों को उच्च लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा दी.
मेधावी छात्रों को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने मेधावी छात्रों को सम्मानित किया. मंच संचालन शिक्षक संतोष कुमार ने किया, जबकि स्वागत भाषण और धन्यवाद ज्ञापन निदेशक डॉ. पवन कुमार ने दिया. इस मौके पर बोर्ड प्रतिनिधि मुकेश कुमार, प्रिंसिपल सांतनु डे, मैनेजर सीमा गुप्ता, सहित कई शिक्षक, अभिभावक और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.
नए हॉस्टल भवन का हुआ उद्घाटन
इस दौरान विधायक रामचंद्र सिंह ने स्कूल परिसर में बने नए हॉस्टल भवन का फीता काटकर और शिलापट का अनावरण कर उद्घाटन किया. उन्होंने आधुनिक सुविधाओं से युक्त हॉस्टल का निरीक्षण किया और कहा कि अब तक ऐसी सुविधाएं केवल बड़े शहरों में मिलती थीं, लेकिन बरवाडीह जैसे क्षेत्र में यह एक सराहनीय पहल है. विद्यालय के इस वार्षिक उत्सव ने छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया और शिक्षा के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों के महत्व को उजागर किया.