प्रशांत शर्मा/न्यूज 11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग शहर के प्राइम लोकेशन डिस्ट्रिक मोड़ चौक पर अवस्थित खास महल के भूखंड पर पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद एंड फैमिली की नजर पड़ गई है, जो इस कीमती जमीन को हथियाना चाहता हैं. यह आरोप शहर के सम्मानित शिक्षक प्रोफेसर अनवर मल्लिक के है जिन्होंने विरोध में आवाज उठाई है और इसे लेकर उपायुक्त नैंसी सहाय को पांच पृष्ठ वाला एक ज्ञापन भी सौंपा है.
इसमें बताया गया है कि उपरोक्त संपत्ति का पट्टा 31 मार्च 2008 को समाप्त हो गया और मूल पट्टेदार डॉक्टर एसए हबीब के वारिसों ने पट्टे के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया.जबकि डॉक्टर एसए हसीब ने आवेदन दिनांक 18 जून 1998 के माध्यम से स्थानांतरण की अनुमति के लिए उपायुक्त हजारीबाग को आवेदन दिया था. बताया गया 0.27 एकड़ जमीन दो मंजिला भवन सहित मेरी पत्नी श्रीमती जीनतुन निशा के नाम से है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग झारखंड सरकार रांची ने पत्र अंक 6/जेएम/70/2006/1900 दिनांक के तहत दो मंजिला भवन सहित 0.27 एकड़ भूमि के पट्टा अधिकार के हस्तांतरण की अंतिम मंजूरी भी दे दी है.
इसके आलोक में सरकारी खजाने में 5,40,000 रूपये जमा किया गया है. इसके बाद अपर समाहर्ता हजारीबाग नें ज्ञापन संख्या दिनांक 27.9.2006 के माध्यम से उक्त संपत्ति को श्रीमती जीनतुन निशा के पक्ष में स्थानांतरित करने की अनुमति के संबंध में आदेश जारी किया, जिसकी प्रतियां जिला उप रजिस्ट्रार और हल्का कर्मचारी हजारीबाग को भेजी गई. लेकिन डॉक्टर एसए हसीब के उत्तराधिकारियों ने विलेख का पंजीकरण निष्पादित नहीं किया, इसलिए हमने एक टाइटल सूट 38/2007 दायर किया है, जो फिलहाल सिविल जज की अदालत में लंबित है.
आवेदन में बताया गया है कि 15 अगस्त 2004 को सिंदूर निवासी त्रिपुरारी प्रसाद पुत्र हरिकृष्ण चौधरी ने मिली भगत कर चचेरे भाई मुकुल मनोहर पुत्र स्वर्गीय डॉ हीरालाल साहा निवासी इमली कोठी बड़कागांव रोड हजारीबाग और कुछ शक्तिशाली व्यक्तियों और भू माफियाओं ने उपरोक्त संपत्ति पर अपने झूठे दावे को हथियाने और उसे सही ठहराने के लिए शरारत की. अवैध रूप से बिना किसी अधिकार और खास महल की अनुमति के उक्त दो मंजिला भवन के फ्रंट ग्राउंड हिस्से की बाहरी दीवार पर बोर्ड पर झारखंड वैश्य संघर्ष मोर्चा लिखा हुआ है.
उन्होंने मुख्य द्वार (चांद कोठी परिसर के पीटीसी रोड किनारे) पर अनुप्रिया फाउंडेशन का कार्यालय शीर्षक वाला बोर्ड भी लगा दिया है. वह निर्माण करने और घर की भौतिक विशेषताओं को बदलने पर भी विचार कर रहे हैं. बताया गया कि चांद कोठी परिसर में कई मुस्लिम परिवार है. उपरोक्त व्यक्ति की शरारतों के कारण कई सारे व्यक्ति परिसर में प्रवेश कर रहे हैं, अपने वाहन पार्किंग करते हैं और इधर-उधर खुले में पेशाब करते हैं, जिससे अक्सर आपस में विवाद हो रहा है. जिससे मामला संवेदनशील भी हो जा रहा है. इससे सांप्रदायिक सद्भाव को भी खतरा है. अनुरोध किया गया है कि परिसर में शांति और सद्भाव बनाए रखने और खासमहल जमीन को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाए. भू माफियाओं के अनधिकृत कब्जे और गतिविधियों के चंगुल से संपत्ति को बचाए.
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इस मामले को अधिकारी एलआरडीसी संतोष कुमार सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि डीसी के संज्ञान में पूरा मामला है और इससे इसमें निश्चित तौर पर नियमानुसार कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि एक पत्र भी डीसी के स्तर से खासमहल पदाधिकारी को निर्गत हुआ है. इधर आज अधिकारी ने स्थल का दौरा किया जिसके बाद सड़क पर अनुप्रिया फाउंडेशन के होर्डिग बैनर हटा दिए गए. इसी के साथ अनुप्रिया के सोशल मीडिया पर से कार्यालय की सारी तस्वीरें भी हटा ली गई है.