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रांची/डेस्क: देशभर की चर्चित हॉस्पिटैलिटी कंपनी OYO एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं. इस बार मामला सिर्फ सोशल मीडिया ट्रोल या पॉलिसी बदलाव का नहीं है बल्कि 22 करोड़ रूपए की धोखाधड़ी का हैं. कंपनी के फाउंडर रितेश अग्रवाल पर फर्जी बुकिंग के जरिए पैसा बनाने का आरोप लगा है और मुकदमा भी दर्ज हो चुका हैं. राजस्थान के जयपुर और जोधपुर में हॉस्टल मालिकों ने OYO पर बड़ा फ्रॉड करने का आरोप लगाया हैं. आरोप है कि ओयो ने उनके होटलों में फर्जी बुकिंग करके पैसा बनाया है. OYO ने गलत तरीके से होटल बुक करके अपनी आमदनी बढ़ाई है, जिसके चलते होटलों को जीएसटी विभाग की ओर से करोड़ों रुपये की टैक्स वसूली और पेनाल्टी का सामना करना पड़ रहा हैं.
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान ने इस मामले को गंभीर और होटल मालिकों के लिए एक बड़ी समस्या बताया हैं. ओयो के फाउंडर रितेश अग्रवाल पर एक होटल संचालक ने 22 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया हैं. जोधपुर के करीब 10 से ज्यादा होटल मालिकों को स्टेट जीएसटी और सेंट्रल जीएसटी का नोटिस मिल चुका हैं. किसी-किसी को तो 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान करना पड़ रहा हैं. होटल मालिकों का यह आरोप है कि OYO के जरिए पहले ऑनलाइन होटल बुक किया और फिर कुछ देर बाद कैंसिल कर दिया. इसके लिए जीएसटी चार्ज लगता है, जो होटल मालिकों को भरना पड़ता हैं.
बता दें कि, रितेश अग्रवाल ने ओयो की शुरुआत साल 2013 में की थी. जिसके बाद से कंपनी का बिजनेस बढ़ता चला और आज के समय में इसका दुनिया भर के 80 से ज्यादा देशों में कारोबार हैं.