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रांची/डेस्कः- यूपीआई के माध्यम से 2000 रुपए से ज्यादा पैसे भेजने पर टैक्स कटेगा? ऐसा दावा सोशल मीडिया में बहुत वायरल हो रहा है. वित्त मंत्री ने खुद इसके बारे में बताया है. मिनिस्ट्री के तरफ से एक बयान भी जारी हुआ है, जिसमें कहा गया है कि 2000 रुपए से ज्यादा के यूपीआई ट्रांजेक्शन में जीएसटी लगाने के बारे में सोच रही है. यह बिल्कुल झूठा है. औऱ सिर्फ अफवाह उड़ाई जा रही है इस तरह का कोई प्रस्ताव अभी सरकार के सामने नहीं है.
शुरआती दिनों में करना पड़ा था तकनीकी चुनौती का सामना
बता दें कि जाएसटी 1 जुलाई 2017 को लगाई गई थी, जो एक इनडायरेक्ट टैक्स है. यह विभिन्न प्रकार के टैक्सों को जोड़कर एक टैक्स बनाता है. इसे वन टैक्स वन नेशन के कांसेप्ट में लाया गया था. जिससे पूरे देश में वस्तु और सामान पर एक टैक्स लगने की बात कही थी.
जीएसटी को 4 स्लेबों में बांटा गया था, 5%, 12%, 18%, और 28%. कुछ वस्तु ऐसे भी हैं जो 0 फीसदी टैक्स के अंदर आती है. इशमें से अनाज व खाद्य पदार्थ आता है. हानिकारक व लग्जरी सामानों पर 28 फीसदी टैक्स लगाया जाता है. शुरुआती दिनों में इसको लेकर बहुत सारी तकनीकी चुनौती का सामना करना पड़ा था पर बाद में इससे अंतरराज्यीय व्यापार को आसान बन गया. इससे टैक्स चोरी पर काफी हद तक रोक लगाया गया है.