प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: यूं तो भारतवर्ष में अनेकों मंदिर है उन मंदिरों में से एक झारखंड के हजारीबाग शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित नरसिंह भगवान का भव्य मंदिर विराजित है. जहां पर प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भव्य मेला आयोजित की जाती है . इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का भव्य आयोजन किया गया.
नरसिंह भगवान की प्रातः काल की आरती के बाद श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़-
नरसिंह स्थान मंदिर में नरसिंह बाबा के दर्शन के लिए प्रातः काल की आरती के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर की ओर अग्रसर होने लगी. बताया जाता है कि करीबन दो लाख से भी अधिक लोगों ने बाबा का दर्शन किया है.
मंदिर में सुरक्षा को लेकर थे पुख्ता इंतजाम-
नरसिंह स्थान मंदिर परिसर में मेले के दौरान सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम थे भगवान नरसिंह के दर्शन के लिए महिला एवं पुरुष की अलग-अलग लाइन लगाई गई थी. मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई सुरक्षाकर्मी तैनात थे वही मंदिर समिति के द्वारा लगातार माइकिंग के द्वारा प्रचार प्रसार की जा रही थी.
मेले में करीब एक हजार कोड़ी गेंदे फूल बिक्री के लिए सजाए गए थे-
भगवान नरसिंह के मेले में मलाकारों के द्वारा एक हजार कोड़ी गेंदा फूल बिक्री के लिए सजाए गए थे, बताया जाता है कि भगवान नरसिंह के दरबार में जो भी भक्त दर्शन करने जाते हैं. वहां से गेंदा फूल की माला पहन कर अवश्य आते हैं.
दर्शन के बाद सेल्फी का क्रेज-
मंदिर परिसर में बाबा का दर्शन के पश्चात महिलाएं एवं पुरुषों में सेल्फी का क्रेज नजर आया. तो वही युवक-युवती भी सेल्फी लेते नजर आ रहे थे.
दर्शन के बाद लोगों ने जमकर लिया बर्रा समोसा का आनंद-
भगवान नरसिंह के दर्शन के पश्चात लोगों के द्वारा अपनी भूख को मिटाने के लिए आसपास होटलों में समोसे एवं बर्रा जमकर आनंद ले रहे थे. समोसा प्रति पीस 10 एवं बर्रा प्रति पीस 10 बेचा जा रहा था.
मेले में करीब 25.000 ईखा अर्थात गन्ना बेची गई-
भगवान नरसिंह का दर्शन करने के पश्चात लोग गन्ना की खरीदारी काफी करते हैं. गन्ना विक्रेता से मिली जानकारी के अनुसार मेले के दौरान 20,000 गन्ना लाए गए थे. जिसकी कीमत 50 रु जोड़ा,50 रु जोड़ा एवं 60 रु जोड़ा था.
मेले में झूले का ले रहे थे बच्चे आनंद-
जहां मेला हो और बच्चे आनंद ना ले ऐसा तो हो नहीं सकता. शहरों में ऐसा मिला काफी कम देखने को मिलता है ऐसी स्थिति में स्कूल की छुट्टी के पश्चात बच्चे मेले का आनंद लेने नरसिंह स्थान मंदिर के समीप लगे अनेकों झूलों का आनंद ले रहे थे. पूरे भारतवर्ष में हम जिस भी मंदिर में दीदार करने पहुंचते हैं वहां विराजमान ईश्वर को प्रसाद हम सब अवश्य चढ़ाते हैं ऐसी स्थिति में भगवान नरसिंह का दीदार करने से पूर्व श्रद्धालुओं के द्वारा प्रसाद काफी खरीदी जा रही थी. प्रसाद विक्रेता के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष प्रसाद की काफी रेट बड़ी है. पानी वाली नारियल 35 रु प्रति पीस, सूखा नारियल 40 रु प्रति पीस रही. मंदिर परिसर के आसपास कई संस्थाओं के द्वारा सेवा के माध्यम से कई स्टॉल लगाए गए थे जिसमें खिचड़ी तथा अन्य सामग्री का वितरण किया जा रहा था.
मंदिर परिसर में कई श्रद्धालुओं ने मुंडन पूजन संपन्न कराया-
कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर मंदिर परिसर में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने मुंडन पूजन संपन्न कराया. प्रधान पुजारी उपेंद्र प्रसाद मिश्र ने कहा, कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर भगवान नरसिंह के दरबार में उमड़े श्रद्धालुओं के स्नेह और आस्था से मंदिर प्रांगण जीवंत हो उठा. इस वर्ष भक्तों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, और सभी ने अनुशासन और श्रद्धा के साथ दर्शन किए. मेले की व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन को सफल बनाने में प्रशासन, मंदिर समिति और श्रद्धालुओं का सहयोग सराहनीय रहा. भगवान नरसिंह की कृपा से यह आयोजन निर्विघ्न संपन्न हुआ,सभी पर भगवान नरसिंह की कृपा बनी रहे.