न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: आज के जमाने को डिजिटल ज़माना कहा जाता है. इस जमाने में मुश्किल से मुश्किल काम बड़ा आसान हो गया है. ऐसे में लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा Whatsapp बन चुका है. इस ऐप के माध्यम से लोग एक दूसरे से चाट करते है वीडियो, फोटो शेयर करते है. इसके साथ-साथ कई जरूरी काम को भी करते हैं. लेकिन यही Whatsapp ऐप अपराधियों के लिए घोटाले का एक नया हथियार बन गया है. जी हां आपने सही सुना. इस स्कैम का नाम 'गुमशुदा स्कैम' दिया गया है. इस स्कैम में व्यक्ति को एक लापता व्यक्ति की तस्वीर भेजी जाती है, यह एक असल में एक खतरनाक जाल होता है.
बता दें कि साइबर अपराधी इस घोटाले में WhatsApp पर अनजान नंबरों से ऐसी तस्वीर भेजते हैं जिसमें किसी के गुमशुदा होने की जानकारी दी जाती है. लेकिन यह बात ध्यान देनी वाली है कि एक मैलिशियस लिंक उस फोटो में छिपा हुआ होता है. ऐसे में अगर कोई भी यूजर उस तस्वीर को क्लिक करता है वैसे ही उसके फ़ोन में कुछ ऐप्स इंस्टॉल हो जाते है. हैरान कर देनी वाली बात यह है कि यह सारे ऐप्स बिना यूजर की जानकारी के काम भी करते है. इन ऐप्स के जरिए हैकर्स आपके मोबाइल तक पहुंचने का रास्ता बना लेते है. ऐसे में वह आपकी बैंक डिटेल चुरा लेते है.
देश के कई हिस्सों में जैसे मध्य प्रदेश में ऐसे रिपोर्ट्स को दर्ज किया गया है. बस एक फोटो पर क्लिक करने के बाद उनके खाते से लाखों रुपए गायब हो गए थे. बता दें कि इस स्कैम का तरीका काफी साधारण है, लेकिन यह स्कैम काफी खतरनाक भी है. ऐसे में एक छोटी सी गलती से आपके लाखों रुपए गायब हो सकते है. हालांकि आप अपने आप को इस स्कैम से बचा सकते है. ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा.
सबसे पहले तो आपको किसी भी अनजान नंबर से आने वाले तस्वीर या लिंक पर क्लिक नहीं करना होगा. इसके अलावा आपको WhatsApp की ‘ऑटोमेटिक डाउनलोड’ सेटिंग को बंद करना होगा. ऐसे में आपके फ़ोन पर आने वाले कोई भही वीडियो या फोटो अपने आप डाउनलोड नहीं होंगे. अगर आपके फ़ोन पर अगर कोई संदिग्ध मैसेज आता है तो उसे जल्द से जल्द रिपोर्ट करें और ब्लॉक कर दें. इसकेअलावा अपने फ़ोन में WhatsApp का हमेशा लेटेस्ट अपडेट वर्जन रखें. इसके अलावा आप अपने बैंकिंग और UPI ऐप्स में 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू रखें और कभी भी कही भी और किसी भी अनजान QR कोड को स्कैन न करें.