न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: देवघर के प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में हाल ही में हुए छेड़छाड़ ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है. मामला उस समय उभरा जब गर्भगृह में मरम्मत कार्य के दौरान शिवलिंग के पास सीमेंट का अंश लग गया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हो गईं. इस विवाद ने प्रशासन की नींद उड़ा दी, और अंततः देवघर के उपायुक्त विशाल सागर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया.
क्या था पूरा मामला?
शनिवार को मंदिर के गर्भगृह में सफाई के नाम पर विशेष कार्य किया गया था, जिसके चलते मंदिर का पट दोपहर तीन बजे ही बंद कर दिया गया था. हालांकि, कुछ समय बाद इसे श्रृंगार पूजा के लिए फिर से खोला गया. लेकिन रविवार को जब श्रद्धालुओं ने मंदिर के पट खोले तो देखा कि शिवलिंग के पास सीमेंट जैसी सामग्री लगी हुई थी, और गर्भगृह के अंदर कुछ टाइल्स भी टूटे हुए थे, जिन्हें बदला गया था. इस दृश्य ने धार्मिक समुदाय में नाराजगी पैदा कर दी, और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंदिर प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठने लगे. पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी और प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की.
जांच के बाद हुई सख्त कार्रवाई
इस पूरे विवाद को लेकर उपायुक्त विशाल सागर ने तत्काल हस्तक्षेप किया और एसडीओ के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया. जांच में यह सामने आया कि मरम्मती के दौरान सीमेंट का कुछ अंश गलती से शिवलिंग पर लग गया था, जिससे यह विवाद पैदा हुआ. इसके बाद उपायुक्त ने जांच रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त और कर्मचारी हरिलाल पांडे के खिलाफ कार्रवाई की. हरिलाल पांडे को निलंबित कर दिया गया, वहीं रमेश परिहस्त की वित्तीय और प्रशासनिक शक्तियों को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया. हालांकि, इस घटना से मंदिर के अंदर पूजा और धार्मिक गतिविधियों में कोई रुकावट नहीं आई है. मंदिर के गर्भगृह में पूजा पहले की तरह जारी है और श्रद्धालु आस्था के साथ दर्शन कर रहे हैं.