अमित दत्ता/न्यूज 11 भारत
बुंडू/डेस्क: झारखंड के एक छोटे से कस्बे बुंडू से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचने का सपना साकार डॉ. झंटू हालदार ने किया है. जर्मनी में आयोजित विश्व होम्योपैथी सम्मेलन 2025 में उन्हें उत्कृष्ट सेवा और होम्योपैथी चिकित्सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए सम्मानित किया गया. इस सम्मान के साथ ही डॉ. झंटू हालदार ने न केवल बुंडू का, बल्कि पूरे पाँच परगना क्षेत्र और झारखंड राज्य का नाम रोशन कर दिया.
यह सम्मेलन 12 अप्रैल को जर्मनी में संपन्न हुआ, जिसमें दुनियाभर से होम्योपैथी चिकित्सक शामिल हुए थे. झारखंड से कुल चार होम्योपैथी चिकित्सकों को इस मंच पर सम्मानित किया गया, जिनमें डॉ. झंटू हालदार प्रमुख रहे.
डॉ. झंटू हालदार का सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है. सीमित संसाधनों और साधनों के बावजूद उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में जो समर्पण और सेवा का परिचय दिया, वह प्रशंसनीय है. बुंडू स्थित सुभाष चौक पर उनका क्लिनिक वर्षों से आम लोगों के इलाज का केंद्र रहा है. मरीजों के बीच उनकी लोकप्रियता उनकी चिकित्सा पद्धति, व्यवहार और सेवा भावना की देन है.
सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. हालदार ने कहा, "यह पुरस्कार मेरे अकेले का नहीं, बल्कि पूरे झारखंड और पाँच परगना क्षेत्र के लोगों का है. मैं अपने क्षेत्र से मिले प्रेम और विश्वास के लिए आभारी हूँ. मेरा उद्देश्य हमेशा यही रहेगा कि मैं लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा दे सकूँ."
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है. क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, चिकित्सकों और स्थानीय लोगों ने उन्हें बधाई दी है. पूर्व मुखिया तमाड़ पश्चिम रमेश कुमार मुंडा ने इस अवसर पर कहा,
"डॉ. झंटू पाँच परगना के नाज हैं. उन्होंने दिखा दिया कि छोटे शहरों से भी बड़ी उड़ान भरी जा सकती है. उनकी यह सफलता पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है. उन्हें मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ."