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रांची/डेस्क: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक युवा की कहानी ने लोगों का दिल झकझोर कर रख दिया है. इस कहानी की शुरुआत सोशल मीडिया प्लेटफार्म instagram से हुई, जहां ग्वालियर के पुरुषोत्तम प्रजापति की दोस्ती उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली सोनाली से हुई. मात्र 15 दिनों में यह दोस्ती प्यार में बदल गई और सोनाली अपने परिवार को छोड़कर ग्वालियर आ गई. यहां दोनों ने मंदिर में शादी कर ली और साथ में रहने लगे.
प्यार से भरी शुरुआत
पुरुषोत्तम, जो ग्वालियर के चिनोर इलाके का निवासी है और पेशे से मकान बनाने वाला कारीगर है, ने कभी स्कूल की दहलीज तक नहीं देखी. लेकिन उसकी मेहनत और ईमानदारी ने उसे एक अच्छा जीवन साथी बना दिया. दूसरी ओर, सोनाली, जो 12वीं पास थी, ने अपने परिवार को छोड़कर ग्वालियर में पुरुषोत्तम के साथ नई जिंदगी की शुरुआत की. उनकी शादी को दोनों के परिवारों ने भी स्वीकार कर लिया था.
रहस्यमयी तरीके से गायब हुई पत्नी
सोनाली 17 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के लिए अपने मायके उत्तर प्रदेश गई थी. त्योहार मनाने के बाद, वह 21 अगस्त को बुंदेलखंड एक्सप्रेस से ग्वालियर वापस लौटने के लिए रवाना हुई. ट्रेन में सफर के दौरान रात 12:30 बजे सोनाली की अपने पति पुरुषोत्तम से आखिरी बार बात हुई, जिसमें उसने सुबह 8 बजे तक ग्वालियर पहुंचने की बात कही थी. लेकिन जब पुरुषोत्तम सुबह स्टेशन पहुंचा, तो सोनाली वहां नहीं थी. सोनाली का फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था, जिससे पुरुषोत्तम की चिंता बढ़ गई.
पत्नी की तलाश में दर-दर भटकता पति
अशिक्षित पुरुषोत्तम ने अपने दम पर कई रेलवे स्टेशनों की खाक छानी, लेकिन सोनाली का कहीं पता नहीं चला. वह पिछले 8 दिनों से भूखे पेट ही अपनी पत्नी की तलाश कर रहा है. उसने पुलिस अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कहीं से भी कोई ठोस सहायता नहीं मिली. शनिवार को पुरुषोत्तम ग्वालियर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचा और अपनी दर्दभरी कहानी सुनाई. उसकी आंखों में आंसू थे और दिल में गहरी चिंता.
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पुलिस की मदद और आश्वासन
पुलिस अधिकारियों ने पुरुषोत्तम की बात सुनकर उसे सोनाली की तलाश का भरोसा दिलाया. एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि सोनाली की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) निकालकर उसकी आखिरी लोकेशन का पता लगाया जाएगा. इसके साथ ही, पुलिस ने पुरुषोत्तम को समझाकर खाना भी खिलाया, जो कई दिनों से भूखा था.
इस घटना ने न केवल पुरुषोत्तम की जिंदगी को झकझोर दिया है, बल्कि समाज में भी एक गहरी छाप छोड़ी है. अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि पुलिस सोनाली को कब और कैसे ढूंढ पाती है.