गौरव पाल/न्यूज11 भारत
रांची/डेस्क: एक समय था जब बहरागोड़ा के पाथरा पंचायत अंतर्गत गांधानाटा हाई स्कूल की गिनती बिहार के नामी-गिरामी स्कूलों में होती थी. परंतु आज यह विद्यालय बदहाली के दौर से गुजर रहा हैं. चहारदीवारी होते हुए भी विद्यालय परिसर में शाम ढलने के बाद शराबियों का अड्डा बन जाता है और वह विद्यालय परिसर में शराब की खाली बोतलें फेक देते हैं. सीढ़ी पर भी हर दिन पानी और शराब की खाली बोतलें बिखरी मिलती हैं. शराब की इन बोतलों के टूटे शीशे से अब तक कई ऐसे विद्यार्थियों के पांव में चोट लगी हैं. जिसके कारण उनको अस्पताल ले जाना पड़ा था. इतना ही नहीं शराबी विद्यालय भवन की दीवारों पर गुटखा खाकर थूकते हैं. विद्यालय परिसर आम रास्ता बन गया हैं. ज्ञात हो कि इसी स्कूल परिसर में मॉडल क्लास भी संचालित होता हैं ज्ञात होगी स्कूल में चारदिवारी तो है लेकिन चारदीवारी को फांद करके शराबी हो स्कूल में घुसकर शराब पीते हैं.
आदिवासी छात्रावास भी बंद
विद्यालय परिसर में स्थित कल्याण विभाग के तहत संचालित 100 बेड आदिवासी बालक छात्रावास बना हैं. इस छात्रावास में दूरदराज के गांवों के विद्यार्थी रहकर पढ़ाई करते थे. लेकिन इन दोनों छात्रावास में कोई छात्र नहीं रहने से छात्रावास को बंद रखा गया हैं.
शराबियों ने उत्पात मचा रखा है
प्रधानाध्यापिका सोमबारी हांसदा ने बताया कि चहारदीवारी होते भी शराबी घुस जाते हैं यह सबसे बड़ी समस्या हैं. शराबियों ने उत्पात मचा रखा हैं. बल्ब के होल्डरों को तोड़ देते हैं. बल्ब चोरी कर लेते हैं. इस विद्यालय में कक्षा 1 से 10 तक 237 विद्यार्थी नामांकित हैं. मुक्त स्कूल में आठ शिक्षक पदस्थापित है उनमें से सुभाजित कुमार घटवारी, दुलाली हांसदा, अरूप सेन, अरुण कुमार कुंडू,बालाराम कुइला रामदास किस्कू व रश्मी लकड़ा सेवा देते हैं.
बरसोल थाना प्रभारी चंदन कुमार ने बताया कि इस तरह का मामला है तो कार्रवाई की जाएगी. शराब पीकर उत्पात मचाने वाले लोगों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.