कृपा शंकर/न्यूज 11 भारत
बोकारो/डेस्क: बोकारो इस्पात संयंत्र के अधिशासी निदेशक (संकार्य) कार्यालय पर मेडिकल चेकअप के नाम पर ठेका मजदूरों की छँटनी, 39 महीने के बकाया एरियर के भुगतान में टालमटोल तथा एकतरफा एएसपीएलआईएस (बोनस) के विरोध में क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के बैनर तले पूरे संयंत्र के मजदूरों ने शनिवार को जोरदार चेतावनी प्रदर्शन किया. प्रबंधन को 15 अक्टूबर सुबह 6 बजे से 24 घंटे का हड़ताल नोटिस दिया. इस ऐतिहासिक चेतावनी प्रदर्शन में प्लांट के विभिन्न विभागों के सैकड़ों मजदूरों ने भाग लिया.
चेतावनी प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघ के महामन्त्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान सेल एवं बोकारो प्रबंधन पूरी तरह से मजदूर विरोधी भावना से ग्रसित है. ठेका मजदूरों की दुर्दशा इनके इसी भावना का परिणाम है. ठेका मजदूरों का उत्पादन में भागीदारी को नकारा नहीं जा सकता है. जिन्हें सिर्फ झारखंड सरकार का मिनिमम वेज ही मिल पाता है. कहा कि इन मजदूरों को ना ग्रेच्युटी, ना ग्रुप इंश्योरेंस और ना हीं नाइट शिफ्ट या किसी प्रकार का एलाउंस मिलता है. जब ठेका मजदूर एकजुट होकर अपनी अधिकारों की मांग करने लगे, तो मजदूर एकता को कमजोर करने के लिए मेडिकल चेकअप के नाम पर एक नया काला कानून लाया गया. कहा कि कारखाना अधिनियम के तहत हर मजदूर का मेडिकल चेकअप होना है. हम चेकअप का विरोध नहीं है, लेकिन चेक अप के नाम पर गेट-पास रोकना शोषण है. हमारी सीधी मांग है कि अविलंब मेडिकल जांच को गेट-पास से लिंक करना बंद किया जाय. साथ ही ठेका मजदूरों को भी समान काम का समान वेतन दिया जाय.
जहाँ तक नियमित मजदूरों की बात है, 39 महीने के एरियर पर मुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) के समक्ष समझौते एवं दिशानिर्देश के बावजूद इनकी कुंभकर्णी निंद्रा बदस्तूर जारी है. एएसपीएलआईएस (बोनस) पर एकतरफा फरमान से मजदूर आक्रोशित है. वादे के मुताबिक बोनस फार्मूले में सुधार करते हुए इस वर्ष के बोनस के साथ पिछ्ले वर्ष का बकाया रकम भी एरियर के रूप मे भुगतान करना पड़ेगा. इन्सेंटिव रिवार्ड स्कीम का नवीकरण करना पड़ेगा.
अंत में कहा कि हमने विभिन्न विभागो में क्रमबद्ध चेतावनी प्रदर्शन कर प्रबंधन को जगाने का प्रयास किया. वाबजूद इसके मजदूरों के प्रति हीन भावना से ग्रसित, इनकी कुंभकर्णी नींद नहीं टूटी. ऐसे में आज मजदूर विराट चेतावनी प्रदर्शन के माध्यम से प्रबंधन को 15 अक्टूबर के 24 घंटे हड़ताल नोटिस देने को बाध्य है. 15 अक्टूबर तक मेडिकल जांच के बहाने गेट-पास को रोकना बंद नहीं किया गया तथा मजदूरों के सभी मुद्दों पर सकारात्मक पहल करते हुए ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो मजबूरन पूरे प्लांट के मजदूर 15 अक्टूबर को चक्का जाम के लिये विवश होंगे. विराट चेतावनी प्रदर्शन को श्री सिंह के अलावे रमेश राय ,सुभाष चंद्र कुंभकार, शशिभूषण आदि ने संबोधित किया.