न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः नशे के सौदागरों पर अंकुश लगाने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है. साथ ही बिना लाइसेंस के शराब बिक्री पर रोक लगाकर गाइडलाइन बनाए. झारखंड हाईकोर्ट ने मौखिक टिप्पणी में कहा कि झारखंड में नशे के शिकार युवा रिनपास में भर्ती हो रहे व जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे है. राजधानी रांची समेत राज्यभार में अफीम, चरस, गांजा जैसे नशीली पदार्थों का धड़ल्ले से बिकना अभिभावकों के साथ राज्य सरकार और कोर्ट के लिए चिंता का विषय है. लिहाजा ड्रग्स माफियाओं के नेटवर्क को ध्वस्त करने की जरूरत है.
कोर्ट ने कहा कि राजधानी रांची के कई इलाकों में नशीली पदार्थों का व्यापार फल-फूल रहा है, जिसपर पुलिस को सख्ती से अंकुश लगाना होगा. कोर्ट ने राज्य सरकार से कहा कि बिना लाइसेंस के शहर के कई इलाकों में अवैध रूप से शराब बिक रहे हैं. जिस पर अंकुश के लिए एक गाइडलाइन जारी कर कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करें. महाधिवक्ता राजीव रंजन ने कोर्ट को बताया कि अफीम, चरस, गांजा जैसे नशीली पदार्थ की बिक्री पर रोक लगाने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. हाल के दिनों में बड़ी मात्रा में गांजा को जप्त कर तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. कोर्ट ने कहा शराब के व्यापार से राज्य सरकार को राजस्व की प्राप्ति होती है, लेकिन मोहल्ला, मंदिर के आसपास शराब की बिक्री होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लिहाजा ऐसे जगह पर शराब की बिक्री के लिए लाइसेंस न दिया जाए.