प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: कहते है कि जब जज्बा हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं. इसे चरितार्थ करती नजर आ रही है सेलहारा की मृणालिनी राज. स्वतंत्रता सेनानी सत्यानंद सिंह की परपौत्री एवं सियाराम सिंह की पौत्री मृणालिनी राज रिसर्च स्कॉलर के रूप में चयनित होकर ब्रिटेन के कई शहरों में आयोजित विभिन्न कॉन्फ्रेंसों में हिस्सा लेने लंदन पहुंच चुकी हैं.
वर्तमान में वह J R F Research Scholar में चयनित होकर Indian Institute of Technology (आई.आई.टी.) रुड़की से अंग्रेजी साहित्य में रिसर्च स्कॉलर के तौर पर पीएचडी कर रही हैं. जिसके बाद उनका चयन चार्ल्स वालेस इंडिया ट्रस्ट लंदन (यूनाइटेड किंगडम) में रिसर्च ग्रांटी के तौर पर 1 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2024 तक ब्रिटेन के विभिन्न शहरों नॉरविच, लंदन, ब्रिंघटन में आयोजित विभिन्न कॉन्फ्रेंसों में भाग लेने एवं रिसर्च करने के लिए चुना गया हैं. उसी के तहत वह लंदन पहुंचकर निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल हो रही हैं. मृणालिनी का बचपन सेलहारा से होते हुए हजारीबाग पहुंचा. वह इंटरमीडिएट डी.ए.वी हजारीबाग से, स्नातक संत जेवियर कॉलेज रांची से, एम.ए. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से करने के बाद आई.आई.टी रुड़की में रिसर्च स्कॉलर के रूप में पीएचडी कर रही हैं. मृणालिनी के पिता जन्मेजय सिंह मध्य विद्यालय सेलहारा में सरकारी शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं.
माँ अंजनी सिंह स्नातक उत्तीर्ण गृहणी एवं भाई मयंक राज दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, नई दिल्ली से एम बी ए (एचआरडी) की पढ़ाई कर रहा हैं. मृणालिनी की ऊंची उड़ान पर क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर हैं.