Saturday, Jan 18 2025 | Time 07:13 Hrs(IST)
  • Jharkhand Weather Updates: राज्यभर में नहीं मिल रहे ठंड से राहत के संकेत, शीतलहर का छाया कहर
देश-विदेश


महिला नागा साधु पीरियड्स के दौरान कैसे लगाती है गंगा में डुबकी? जानें क्या है उनके नियम

महिला नागा साधु पीरियड्स के दौरान कैसे लगाती है गंगा में डुबकी? जानें क्या है उनके नियम
न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: नागा साधु का नाम लेते ही आपके कईयों के मन में बहुत से ख्याल आते है. उनका नाम लेते ही यह ख्याल सबसे पहले आता है कि उन्होंने संसार के मोह-माया को त्याग कर दिया है. वह अपने शरीर में कपड़े नहीं डालते है चाहे वह सर्दी हो या गर्मी. वह अपने शरीर में भस्म लगते है. कई लोगों को यह लगता है कि नागा साधु केवल पुरुष ही होते है. लेकिन ऐसा नहीं है नागा साधुओं में महिलाएं भी आती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह महिला नागा साधु पीरियड्स के दौरान गंगा स्नान कैसे करती है.
 
आपको बता दे कि महिला नागा साधु अपने जीवन में कठोर नियमों का पालन करती है. ऐसे में उन्हें गंगा स्नान को लेकर भी कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है. महाकुंभ में पुरुष नागा साधु के स्नान कर लेने के बाद ही महिला नागा साधु स्नान करती है. अगर महिला नागा साधु को पीरियड्स चल रहा है तो वह गंगा में स्नान नहीं कर सकती है. ऐसे में महिला नागा साधु अपने पीरियड्स के दौरान गंगा जल को अपने शरीर में छिड़क लेती है. नागा साधु पीरियड्स के दौरान बहाव को रोकने के लिए उस स्थान पर एक छोटे से वस्त्र का इस्तेमाल करती है. महिला नागा साधु अपने पीरियड्स के दौरान शिविर में जल स्नान करती है. वह इस अपने पीरियड्स के दौरान अपने पूरे शरीर में राख लपेटे रहती है और जप करती है. 
 
नोट: इस खबर में दी गई सारी जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. हम इस बात की पुष्टि नहीं करते है. 
 
अधिक खबरें
फांसी देने से पहले आखिर जल्लाद दोषी के कान में क्या कहता है? जानें फांसी के पहले किन-किन नियमों को करना पड़ता है फॉलो
जनवरी 17, 2025 | 17 Jan 2025 | 9:12 PM

अगर जेल में किसी आरोपी को फांसी की सजा दी जाती है, तो उसे फांसी में लटकाने से पहले कुछ नियमों का पालन किया जाता है. इसमें कई सारे नियमों का पालन किया जाता है. जैसे फांसी का फंदा, फांसी देने का समय और फांसी देने की प्रक्रिया व्ही शामिल होती है. लेकिन क्या आपको मालूम है की फांसी में लटकाने से पहले आखिरी समय में जल्लाद के आरोपी के कान में कुछ बोलता है. लेकिन क्या आपको मालूम है कि वह आरोपी के कान में क्या बोलता है. आइए आपको बताते है कि दोषी के कान में फांसी देने के पहले जल्लाद क्या बोलता है.

महाकुंभ 2025: आखिर क्या होता है महाकुंभ में कल्पवास? जानें इसके सारे नियम
जनवरी 17, 2025 | 17 Jan 2025 | 8:41 AM

महाकुंभ 2025 की शरुआत 13 जनवरी 2025 से हो चुकी है. ऐसे में यहां श्रद्धालुओं की तांता लगा हुए है. देश क्ले कोने कोने से यहां संतों का समागम लगा हुए है. विदेशी श्रद्धालुओं भी महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए आ रहे है. महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मीक आयोजन है. महाकुंभ में देश और दुनिया के लाखों श्रद्धालुओं और संत आते है और यहां पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाते है. ऐसे में आपने कल्पवास का नाम खूब सुना होगा. लेकिन क्या आपको पता है कि यह कल्पवास क्या होता है. आइए आपको बताते है

अपनी तीनों पत्नियों को साथ में रखना चाहता था ये व्यक्ति, तीसरी ने 2 सौतनों साथ रहने से किया इनकार, परेशान पति ने थाने में खाया जहर
जनवरी 17, 2025 | 17 Jan 2025 | 8:00 AM

पहले के जमाने में इंसान और खासकर रजा-महाराजा लोग एक से ज्यादा शादी करते थे. उनके दो, तीन या उससे ज्यादा पत्नियां होती थी. ऐसे में उनके बच्चे भी ज्यादा होते थे. लेकिन समय के साथ यह चीज़ बदलने लगी. आज के जमाने में ऐसा लोग नहीं करते है. लेकिन आज के जमाने में भी एक व्यक्ति ऐसा है जिसे तीन पत्नियां है. उसकी दो पत्नियां तो उसके साथ ही रहती है. लेकिन एक अलग रहती है. ऐसे में वह अपनी तीसरी पत्नी को अपने और अपने पहले की दोनों पत्नियों के साथ रहने के लिए मना रहा था. इस दौरान उसने कुछ ऐसा किया जिसे सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे.

मामी और भांजे के बीच था अवैध प्रेम संबंध, बाधा बन रहे मामा को दोनों ने उतारा मौत के घाट, जानें पूरा मामला
जनवरी 17, 2025 | 17 Jan 2025 | 7:04 PM

मामा और भांजे के रिश्ते को एक दोस्त का रिश्ता माना जाता है. इस रिश्ते को सबसे ख़ास रिश्ता माना जाता है. लेकिन एक जगह मामा-भांजे का रिश्ता खूनी रिश्ता बन गया. अपनी ही मामी के प्यार में डूबे एक भांजे ने मामा को मौत के घाट उतार दिया. जी हां आपने सही सुना भांजे ने अपनी मामी के प्यार के चक्कर में अपने मामा का कत्ल कर दिया. आइए आपको इस मामले की पूरी जानकारी देते है.

नई दिल्ली में सम्मानित हुए 25 नौसेना नागरिक, ईयर ऑफ नवल सिविलियन कार्यक्रम में शामिल हुए राजनाथ सिंह और संजय सेठ
जनवरी 17, 2025 | 17 Jan 2025 | 6:50 PM

ईयर ऑफ नवल सिविलियन के तहत नवल सिविलियन के योगदान को लेकर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ शामिल हुए. इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का मार्गदर्शन और उद्बोधन प्राप्त हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत फोटो और पेंटिंग प्रदर्शनी से हुई, जिसमें नौसेना के नागरिकों की कलात्मक प्रतिभा और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया. कलाकृतियों में कार्यस्थल पर जीवन के दृश्य और नौसेना के परिचालन समर्थन में नागरिकों के विभिन्न योगदानों को दर्शाया गया.