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रांची/ डेस्कः- प्रधानमंत्री मोदी ने अज अपने मन की बात में पहलगाम के आतंकी हमले से लेकर 1957 के चंपारण सत्याग्रह तक का जिक्र किया. पीएम ने कहा कि अप्रैल महीने में किए गए इस सत्याग्रह का एक अलग महत्व है. पीएम ने कहा क इस आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक अलग दिशा दी थी. पहले मन की बात में मोदी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के उपर भी बात किया और कहा कि देश वासियों को फिर से आश्वस्त करना चाहता हूं कि न्याय मिलेगा. पीएम ने कहा कि पहलगाम के इस हमला से पूरा देश दुखी बैठा है.दुश्मनो को भारत का विकास रास नहीं आ रहा. यह एक कायराना हरकत था. मोदी ने कहा कि अप्रैल मे हुए सत्याग्रह गांधी के न्तृत्व में हुआ था. यह आंदोलन भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के लिए एक अहम पड़ाव साबित हुआ था. मोदी ने ये भी कहा कि सत्याग्रह को लेकर प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के द्वारा एक किताब भी लिखी गई थी, जो हर युवाओं को पढ़ना ही चाहिए. असल में उस दौरान अंग्रेजों के द्वारा यहां के किसानों से जबरजस्ती नील की खेती करवाई जाती थी और उसे सम मुल्यों पर बेचा जाता था. इससे यहां के किसानो का शोषण होता था. गांधी जी ने इस सत्याग्रह के माध्यम से किसानों की स्थिति को अंग्रेज के सामने रखा और शांतिपुर्ण तरीकों से ब्रिटिशर्स के खिलाफ आंदोलन किया. गांधी ने किसानों की स्थित को परखा समझा और फिर अंग्रेजों से कहा कि उन्हे इसके लिए मजबुरक नहीं कर सकते. अंग्रेजों को गांधी के आगे झुकना पड़ा था.
गांधी को जैसे ही यहां के खिसानों की खराब स्थित के बारे में पता चला गांधी ने तुरंत चंपारण पहुंच कर किसानो के मदद का निर्णय लिया.
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