प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: कटकमसांडी प्रखंड के ग्राम डांड में उत्क्रमित उच्च विद्यालय डांड में डीएमएफटी विभाग एन आर आई पी एजेंसी से बन रहे विधालय भवन में धड़ले से बंगला भट्ठे की ईट का उपयोग किया जा रहा है. जबकि एन आर आई पी एजेंसी के द्वारा स्टीमेट के अनुसार चिमनी भट्ठे की ईट का उपयोग किया जाना है. डांड पंचायत के विधालय भवन निर्माण में खिड़की लेवल तक कम बंगले भट्ठे की ईट का उपयोग कर लिया गया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि घटिया किस्म का ईट तथा मेटेरियल का उपयोग किया जा रहा है. जबकि स्कूल भवन है बच्चे पढ़ेंगे सही कम होना चाहिए था .संवेदक सरादा दुबे के द्वारा भवन निर्माण का कार्य स्थानीय लोगों को पेटी कांट्रेक्टर्स पर काम करवाए जा रहा है.
इस संदर्भ में स्थानीय जनप्रतिनिधि मुखिया से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि विधालय भवन निर्माण कार्य शुरू किया गया था उसी समय स्थानीय लोगों द्वारा पता चला कि गांव के कुछ लोगों के द्वारा काम किया जा रहा है. और मेरे देख रेख में विधालय भवन निर्माण का कार्य नहीं किया जा रहा है.विधालय भवन निर्माण में अगर गांव के लोगों द्वारा बंगला भट्ठा का ईटा का उपयोग किया जा रहा है तो बड़ा दुर्भाग्य एवं आश्चर्य कि बात है. जांच होना चाहिए और विधालय भवन निर्माण में बंगला भट्ठा का प्रयोग किया गया है.