न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- देश 78वें आजादी के महोत्सव की तैयारी में जुट गया है. भारत के पीएम मोदी ने देशवासियों से आग्रह भी किया है कि वे 9 से 15 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा आंदोलन को सफल करें और सेल्फी लेकर सोशल मीडिया में साझा भी करें. इस अवसर पर हर स्कूल कॉलेजों में तरह तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं पर जब तक मंचों से स्वतंत्रता सेनानियों के नारों का गूंज पूरे इलाके में नहीं फैलता तब तक लोगों में जोश नहीं देखने को मिलता है. आज भी स्वतंत्रता सेनानियों के नारे पूरे देश में लोगों के अंदर एख अलग उत्साह व जूनून पैदा कर देता है. आईए जानते हैं कुछ अमर नारों के बारे में जिसे सुनते ही रगों में देशभक्ति का तिरंगा वाली रंग तेज रफ्तार में दौड़ने लगती है.
यहां लिखे कुछ नारो को आप अपने भाषणों में भी प्रयोग कर सकते हैं.
1.सत्यमेव जयते यह स्लोगन पंडित मनद मोहन मालवीय का दिया हुआ है.
2.इंकलाब जिंदाबाद, भगत सिंह का यह नारा आज भी लोगों के जुबान पर रहता है.
3.तू मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा,, नेताजी सुभाष चंद्रबोस का
4.स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा: बाल गंगा धर तिलक का ये नारा काफी प्रसिद्ध है
5.आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे: चंद्र शेखर आजाद का यह नारा आज भी अमर है.
6.आराम हराम है पंडित नेहरू का ये नारा बहुत प्रसिद्ध है.
7.सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-क़ातिल में है- रामप्रसादविस्मिल का यह नारा जोश और जूनून से भर जाता है.
8.सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा -अल्लामा इकबाल का ये नारा हर लोगों के जुबान में रहता है.
9.बम और पिस्तौल क्रांति नहीं लाते, क्रांति की तलवार विचारों की धार पर तेज की जाती है- भगत सिंह के द्वारा दिया गया यह अद्वितीय नारा है.