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रांची/डेस्क: भारतीय रेलवे विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, जहां प्रतिदिन लगभग 13,000 से अधिक ट्रेनें विभिन्न स्थानों के बीच संचालित होती हैं. लाखों यात्री इस नेटवर्क का उपयोग करते हैं.
क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी ट्रेन है, जिसके आगे राजधानी, दुरन्तो और स्वर्ण शताब्दी जैसी प्रमुख ट्रेनें भी रुकती हैं. इस ट्रेन के लिए वीईपी और वीवीईपी दोनों श्रेणी की ट्रेनों को भी रुकना पड़ता है, यहां तक कि सबसे बेहतरीन ट्रेन वंदे भारत को भी रोक दिया जाता है.
जानें कौन है यह भारत की विशेष ट्रेन
यह ट्रेन भारत की एकमात्र ऐसी ट्रेन है, जो यात्रा के दौरान अन्य वीवीईपी ट्रेनों को रुकने पर मजबूर कर देती है. इसे एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल ट्रेन के नाम से जाना जाता है और यह भारत की वीवीआईपी ट्रेन मानी जाती है, जो किसी अन्य ट्रेन को पास नहीं देती, यहां तक कि उच्चतम श्रेणी की वीआईपी ट्रेनें भी इसे रास्ता देने के लिए रुक जाती हैं.
भारत में रेल नेटवर्क व्यापक है और हाल के दो महीनों में कई रेल दुर्घटनाएं हुई हैं. यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी रेल हादसे होते रहे हैं. ऐसे में यह ट्रेन चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचती है, जिसमें सभी प्रकार की दवाएं और चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध होती है.
कहां खड़ी रहती है ये ट्रेन
अब मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि यह ट्रेन कहां खड़ी रहती है और दुर्घटना स्थल पर इस ट्रेन का जल्दी पहुंच पाना कैसे संभव है. तो बता दें कि भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण यार्डों और स्टेशनों पर इन ट्रेनों को खड़ा किया जाता है.