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रांची/डेस्क: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर ईडी की कार्रवाई के खिलाफ आज जेएमएम के कार्यकर्ताओं ने मोरहाबादी मैदान से लेकर राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और केंद्र की सरकार के खिलाफ विरोध जताया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और ईडी झारखंड की राज्य सरकार को प्रताड़ित कर रही है और उन्हें राज्य के विकास कार्यों को करने से रोक रही है. लेकिन सरकार फिर भी अपना काम कर रही हैं जो बीजेपी पचा नहीं पा रही है.
लगातार 31 जनवरी तक निकाला जाएगा प्रदर्शन- JMM कार्यकर्ता
ईडी के खिलाफ मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक निकाले गए आक्रोश मार्च में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जेएमएम के नेता भी शामिल हुए थे. इस प्रदर्शन में रांची, गुमला और लोहरदगा सहित कई जिला के पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे थे. इसमें गुमला के विधायक भूषण तिर्की भी शामिल हुए. अपने इस विरोध प्रदर्शन में जेएमएम ने कहा कि केंद्र और बीजेपी अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को परेशान करना बंद नहीं करती है तो आने वाले चुनावों में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेकेंगे.
वहीं जेएमएम कार्यकर्ताओं द्वारा सीएम हेमंत से पूछताछ पर ईडी के खिलाफ निकाले गए विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर मोरहाबादी मैदान से लेकर राजभवन तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. इस विरोध प्रदर्शन को लेकर जेएमएम कार्यकर्ताओं ने कहा है कि ईडी की कार्रवाई के खिलाफ यह प्रदर्शन पार्टी की तरफ से लगातार 31 जनवरी तक निकाला जाएगा.
'एक तो गलती करना, ऊपर से रूवाब झाड़ना'- प्रतुल शाहदेव
इधर, केंद्रीय जांच एजेंसियों के खिलाफ प्रदर्शन पर बीजेपी ने सवाल उठाए है. केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ जेएमएम के आक्रोश प्रदर्शनों को लेकर बीजेपी ने तीखी टिप्पणी की है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि हाल के दिनों में JMM के कार्यकर्ता ईडी के द्वारा मुख्यमंत्री को समन दिए जाने के खिलाफ हरवे, हथियार के साथ आक्रोश प्रदर्शन कर रहे हैं. यह तो वहीं बात हुई कि 'एक तो गलती करना, ऊपर से रूवाब झाड़ना'. ऐसे भी केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ इस तरह का प्रदर्शन पूरे तरीके से गैरकानूनी है और पुलिस को अविलंब कड़ी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करना चाहिए.
गुनाहों का फैसला करने वाली कयामत की रात नजदीक- प्रतुल
प्रतुल ने आगे कहा कि राज्य की संवैधानिक मशीनरी ध्वस्त हो गई है अब सरकार के इशारे पर सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता जांच में अवरोध पैदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में 70,000 करोड़ का घपला, घोटाला हुआ हैं और अब गुनाहों का फैसला करने वाली कयामत की रात नजदीक आ गई है.