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रांची/डेस्क: झारखंड के युवाओं के लिए एक बेहद ही अच्छी खबर सामने आई है. बता दें, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड और झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड द्वारा रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बिजली निगम ने कई पदों पर 336 वैकेंसी निकाली हैं. सभी पद वित्त और तकनीकी (Finance and Technical) से जुड़े है. विद्युत आपूर्ति क्षेत्र जमशेदपुर में बिजली अधिकारियों व कर्मियों की भारी कमी है.
बिजली आपूर्ति, वितरण और निगरानी से संबंधित 14 श्रेणियों के 512 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से सिर्फ 116 अधिकारी कार्यरत हैं और और 396 पद रिक्त है. इन खाली पदों पर कमी की वजह से इसका प्रभाव निर्बाध बिजली आपूर्ति पर पड़ता है. इन्ही सभी कारणों की वजह से जनता को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बता दें, सबसे सबसे बड़ी समस्या जूनियर इंजीनियर (JEE) व असिस्टेंट इंजीनियर (AEE) के पद रिक्त होने को लेकर है, क्योंकि दोनों अधिकारी सीधे तौर पर बिजली आपूर्ति और वितरण से संबंधित है. जमशेदपुर विद्युत आपूर्ति क्षेत्र में AEE के 64 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से सिर्फ 9 ही कार्यरत हैं.
इसका यह मतलब हुआ की 55 AE पद रिक्त है. जिस प्रकार JEE के 151 पद हैं, जिनमें से 29 पर कार्यरत हैं के साथ कुल 122 पद शून्य है. कोल्हान में 2 बिजली सर्किल, 7 सप्लाई डिवीजन, 22 सप्लाई सब डिवीजन, 93 पावर सब स्टेशन और 50 सप्लाई सेक्शन है.
सहायक लोको पायलट रिक्ति
बिजली विभाग में खाली पदों की चर्चा के बाद अब हम आते हैं रेलवे की नौकरी पदों पर जानकारी दें, यह पर बंपर भर्तियां निकली है. बता दें, चक्रधरपुर रेल मंडल में वरिष्ठ तकनीशियनों को सहायक लोको पायलट (loco pilot) बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. असिस्टेंट लोको पायलट (assistant loco pilot) के पद पर 223 खाली पद हैं जिसपर भर्तियां की जानी है. इन पदों पर उम्मीदवार इसके लिए 24 फरवरी 2024 तक ही अप्लाई कर सकते है. इसके चलते मंडल मुख्यालय ने 6 साल से इलेक्ट्रिक और डीजल लोको शेड में कार्य कर रहे 35 से लेकर 40 साल के तकनीशियनों से आवेदन मांगे है.
जाने कुल कितने पद हैं खाली
बता दें, सामान्य केटेगरी वाले कैंडिडेट्स के लिए 177, SC के 33, ST के 17 तकनीशियन सहायक लोको पायलट बन सकते हैं लेकिन ग्रेड बदलने के लिए तकनीशियन को विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी. इसके बाद ट्रेन परिचालन का प्रशिक्षण दिया जायेगा. सहायक लोको पायलट बनने से तकनीशियन को जोखिम और रनिंग भत्ता मिलेगा जिससे आर्थिक फायदा भी होगा.