आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क: जीवन में परिस्थिति भले ही कैसी भी हो लेकिन यदि कुछ करने के इरादे मजबूत हो तो, कोई भी परेशानी बाधा नहीं बन सकती. बचपन से ही एक पैर से ग्रसित होने के बावजूद कोडरमा की श्रेया आज अपने दम पर जयपुर में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप में झारखंड का प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित हुई हैं.
कदम मेरे लड़खड़ाते भले हो, लेकिन निशाना मैं सीधा लगाती हूं, कोई मुझे कम मत आंकना, हर तीर निशाने पर लगाती हूँ..... ये चंद पंक्तियां कोडरमा की उस श्रेया को समर्पित है, जो बचपन में पोलियो के कारण एक पैर से लाचार तो हो गई लेकिन अपने हौसलों को कभी कम नही होने दिया. आज अपने मेहनत और दम पर श्रेया का चयन आज राष्ट्रीय पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप के लिए हुआ है, जो 8 जनवरी से 12 जनवरी तक जयपुर में आयोजित होगा. श्रेया झारखंड का प्रतिनिधित्व करेगी और इसे लेकर वह जी जान से प्रैक्टिस में करने में जुटी हैं.
जयपुर में होने वाले राष्ट्रीय चैंपियनशिप में श्रेया को 30 मीटर और 50 मीटर के लक्ष्य को भेदना हैं. इसके लिए वह प्रतिदिन अपने घर से तकरीबन 8 किलोमीटर दूर बागीटांड में बने इनडोर स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रही है और हर दिन 3 से 4 घंटे की नियमित अभ्यास के जरिए अपने लक्ष्य को हासिल करने में जुटी हैं. शारीरिक लाचारी के बावजूद कोडरमा के करमा की रहने वाली श्रेया को तीरंदाजी में देश और राज्य का नाम रौशन करने के लिए उसके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों का भरपूर सपोर्ट मिल रहा हैं. राष्ट्रीय पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप के लिए चयनित होने पर परिवार के सभी लोग खुश हैं.
वैसे तो श्रेया छठी क्लास से ही तीरंदाजी करती आ रही है, लेकिन पिछले डेढ़ सालों से उसे फोकस एंड फेथ तीरंदाजी सेंटर के प्रशिक्षक विशाल सिंह प्रशिक्षण दे रहे हैं. पिछले डेढ़ सालों में श्रेया ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी स्तर पर कई खिताब भी जीते हैं. राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए श्रेया के चयन से उसके कोच विशाल सिंह खुश है और उन्हें मेडल जीतने की भरपूर उम्मीद भी हैं. जयपुर में होने वाले राष्ट्रीय पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप के लिए श्रेया खूब पसीना बहा रही हैं. लड़खड़ाते कदमों से ही सही सटीक निशाने को भेदने में श्रेया तन मन से जुटी हैं. उसके चयन से कोडरमा गौरवान्वित महसूस कर रहा हैं.