गौरव पाल/न्यूज11 भारत
बहरागोड़ा/डेस्क: बहरागोड़ा प्रखंड के खंडामौदा पंचायत अंतर्गत खामार गांव में मंगलवार से 7 दिवशीय माघी रथ यात्रा शुरू हुआ. शाम को पुजारी शंकर प्रसाद कर के द्वारा सुसज्जित रथ को पूजा अर्चना करके जग्गनाथ मंदिर में विशेष पूजा किया गया. उसके बाद बलभद्र, प्रभु जग्गनाथ, बहन सुभद्रा ने रथ पर विराजमान होकर मौसीबाड़ी के लिए दिकबर्दा गांव होते हुए रथ को ले जाया गया. जहां सर्गिय कृष्णा चंद्र त्रिपाठी के घरेलू मंदिर ( मौसीबाड़ी ) में प्रवेश किये. यह रथयात्रा 9 दिनों तक होता है.
आज सप्तमी तिथि में पहला रथ को खींचकर 8 दिन तक दिखबर्दा मौसी बाड़ी में ठहराया जाता है. नौवें दिन पूर्णिमा तिथि को हजारों भक्तों के बीच तीनों मूर्ति रथ पर पधारकर गाजे-बाजे के साथ क्षेत्र भ्रमण कर अपनी यात्रा समापन करते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक ओडिशा और झारखंड में ही केवल ऐसी मागीरथ यात्रा देखा जाता है. यह ब्रिटिश जमाने से ही पालन होते आ रहा है. मौसीबाड़ी में नौवें दिन तक हर दिन शाम को विशेष कार्यक्रम होता है तथा सभी को प्रसाद वितरण किया जाता है. नौवें दिन आसपास के गांव के सैकड़ों भक्तों शामिल होकर वापस रथयात्रा को अहम बनाते हैं. मौके पर सुजीत गिरी, संतोष त्रिपाठी, सपन त्रिपाठी, सुधीर त्रिपाठी, शंकर कर, सुधीर कर, आंनद महापात्रा, राकेश धड़ा आदि उपस्थित थे.