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रांची/डेस्क: फाल्गुन मास की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है. इस साल बार महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च (शुक्रवार) को रखा जाएगा. यह दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए बेहद खास है. दरअसल, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इस बार महाशिवरात्रि पर शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और चतुर्ग्रही योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है. इस दिन कई दुर्लभ संयोग बन रहे है. आइए जानते हैं भगवान शिव की पूजा का शुभ समय कब और कितने समय तक रहेगा.
महाशिवरात्रि पूजा का समय
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा का समय - शाम 06:25 बजे से रात 09:28 बजे तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय - रात्रि 09:28 बजे से रात्रि 12:31 बजे तक, 09 मार्च
रात्रि तृतीया प्रहर पूजा समय - 12:31 पूर्वाह्न से 03:34 पूर्वाह्न, 09 मार्च
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय - प्रातः 03:34 बजे से प्रातः 06:37 बजे तक, 09 मार्च
जानें महाशिवरात्रि क्यों हैं खास
महाशिवरात्रि बहुत ही खास त्योहारों में से एक माना जाता है. इसलिए इस दिन महादेव को खुश करने के लिए विशेष पूजा की जाती है. वैसे तो महाशिवरात्रि का व्रत सभी के लिए शुभ माना जाता है, लेकिन महिलाओं के लिए यह व्रत बहुत फलदायी होता है. ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से जिनकी शादी नहीं हो रही है उनकी शादी जल्द हो जाती है. वहीं, महाशिवरात्रि की पूरी रात जागरण करने और चारों प्रहर की पूजा करने से भगवान शिव अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करते है.
जानें पूजा विधि
बता दें, घर के पास स्थित शिव मंदिर जाकर शिवलिंग को प्रणाम करते हुए और शिवमंत्रों के उच्चारण के साथ गंगाजल, गन्ने के रस, कच्चे दूध, घी और दही से अभिषेक करें. फिर इसके बाद भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग, धतूरा और बेर आदि अर्पित करें. आखिर में शिव चालीसा और शिव आरती का पाठ करें.