अशिस शास्त्री/न्यूज़11 भारत
सिमडेगा/डेस्क: सिमडेगा में आज शारदीय नवरात्र की महासप्तमी की पवित्र बेला में विधि विधान से पूजा कर नवपत्रिका प्रवेश कराया गया. इसके पश्चात मां का पट खोला गया और शुरू हुई प्रत्येक पंडालों में मां भगवती की पूजा.
महासप्तमी की पवित्र बेला में सिमडेगा में पुरे विधिविधान के साथ बेलवृक्ष से देवी का आह्वान कर नवपत्रिका रूप में मां दुर्गे को ढोल नगाडा बजाते हुए पहले विधि विधान से स्नान कराया गया. इसके बाद विधिवत नवपत्रिका के रूप में माता रानी के नौ रूपों को कलशयात्रा के साथ पूजा पंडालों में स्थापित किया गया. इसके बाद पंडालों माता के पट खोले गये. इसके बाद सिमडेगा के सभी पंडालों में सजी भव्य मां के दरबार में भगवती की अराधना शुरू हुई. शहर के साथ साथ गांवों में भी पुरे भक्ति भाव से नवपत्रिका को स्नान कराया गया और पूजा पंडाल में स्थापित कर पूजन आरंभ किया गया.
इसके बाद महासप्तमी की विधा विधान से पूजा कर पंडालों के पट भक्तों के लिए खोल दिया गया. जहां भव्य सजे दरबार में मां भवानी अपने भक्तों को दर्शन देकर उनपर अपने आशीर्वाद की अमृतवर्षा कर रहीं है. सिमडेगा जिला मुख्यालय में कुल आठ जगहों पर माता के भव्य दरबार सजे है. पंडालों के पट खुलते हीं हर तरफ यही आवाज आ रही है. प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी। दुर्गा सप्तशती के संस्कृत श्लोक या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। से पुरा महौल भक्ति रस में डुबा हुआ नजर आ रहा है. भक्त माता के दरबार तक पंहुच शीश नवाते हुए मां से सुख शांति की कामना कर रहे है.