प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, कुम्हार टोली, हजारीबाग में शनिवार को स्थानीय आधार पर गणित -विज्ञान मेला लगाया गया. जिसमें बाल वैज्ञानिकों ने गणित -विज्ञान संबंधी विभिन्न विषयों पर आकर्षक प्रदर्शित की प्रस्तुति की. माता सरस्वती वंदना के पश्चात मेला का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ विमल कुमार मिश्रा, प्राचार्य,आदर्श कॉलेज, राजधनवार, गिरिडीह,विशिष्ट अतिथि, विद्यालय के संरक्षक, श्री श्रद्धानंद सिंह,अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष, भूगोल विभाग, मारखम कॉलेज, हजारीबाग, उपाध्यक्ष, डॉ अमिता कुमारी, विद्यालय के सचिव, डॉक्टर जयप्रकाश रविदास, प्रभारी प्राचार्य, बरही डिग्री कॉलेज, संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री वासुदेव जी, गजानंद पाठक, डायरेक्टर विवेकानंद आईटीआई एवं विद्यालय के प्राचार्य ब्रजेश कुमार सिंह के द्वारा हुआ. उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ विमल कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा - बाल वैज्ञानिक भैया- बहनों को प्रोत्साहित करते हुए उनके द्वारा बनाए गए प्रदर्शन की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने गणितज्ञ रामानुजन, गोस्वामी तुलसीदास, महर्षि वाल्मीकि एवं भारतीय वैज्ञानिकों एवं गणितज्ञ के बारे में भैया- बहनों को बताते हुए कहा - आप सभी गणित एवं किसी भी एक भाषा पर मजबूत पकड़ बनाए जिससे आप विज्ञान एवं गणित के क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकेंगे सनातन संस्कृति विज्ञान एवं गणित के साथ साहित्य का समन्वय आदि के बारे में भी बच्चों को विस्तार से बताया. विद्यालय के अध्यक्ष डॉक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा - विद्या भारती के द्वारा संचालित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर का उद्देश्य शिक्षा और संस्कार के माध्यम से मनुष्य का निर्माण करना है. विज्ञान का संबंध नित्य नए और उपयोगी खोजों से है. सतत खोज के पश्चात ही विज्ञान संबंधी कुछ निष्कर्ष निकल आते हैं. उन्होंने बाल वैज्ञानिक भैया -बहनों द्वारा बनाए हुए मॉडलों की काफी सराहना की साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई दी. मौके पर विद्यालय के प्राचार्य ब्रजेश कुमार सिंह ने कार्यक्रम की प्रस्तावना बताते हुए कहा विद्यालय के भैया बहनों ने इस विज्ञान प्रदर्शनी में वैज्ञानिक सोच के आधार पर विज्ञान एवं गणित से संबंधित प्रदर्श बनाए हैं बच्चों ने मॉडल एजुकेशन की वैज्ञानिक प्रस्तुति की है इस प्रकार के कार्यक्रम से बच्चों का समग्र एवं सतत विकास होता है. उन्होंने कहा- स्थानीय आधार पर लगे इस गणित- विज्ञान मेले में जिन भैया-बहनों के प्रदर्श चयनित होंगे, वे ही प्रांतीय ज्ञान - विज्ञान मेले में भाग ले सकेंगे. इसके बाद क्षेत्रीय एवं अखिल भारतीय विज्ञान मेला में बच्चे भाग लेंगे. इस गणित-विज्ञान मेले में कक्षा चतुर्थ से द्वादश तक के भैया - बहनों ने भाग लिया है।वर्गानुसार शिशु वर्ग से लेकर तरुण वर्ग के भैया-अपने बहनों ने अपने-अपने प्रदर्श लगाए हैं. गणित विज्ञान के इस प्रदर्शनी में भैया-बहनों ने जल संरक्षण एवं शुद्धीकरण, ऊर्जा संरक्षण ,खाद्य श्रृंखला ,संक्रामक रोगों से बचाव, नवाचारित प्रदर्श, वायु एवं जल प्रदूषण ,मानव उत्सर्जन तंत्र आदि से संबंधित मॉडल की प्रस्तुति प्रदर्शनी में की. बाल वैज्ञानिकों ने अपने अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर मॉडल बनाए थे. गणित- विज्ञान प्रदर्शनी में विनोबा भावे विश्वविद्यालय एवं शैक्षणिक संगठनों से आए हुए निर्णायक गण चेतलाल प्रसाद, प्राचार्य, विंध्यवासिनी कॉलेज एवं विशेषज्ञ शिक्षकों ने भैया-बहनों के द्वारा बनाए गए मॉडल का अवलोकन किया साथ ही उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण को देखकर प्रशंसा की एवं बधाई दी. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यालय के सचिव डॉ जयप्रकाश रविदास ने कहा- सनातन संस्कृति को जोड़ते हुए भैया बहनों ने जो मॉडल बनाए हैं. इससे उनके वैज्ञानिक प्रतिभा विकसित होगी. उन्होंने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया. प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले भैया- बहनों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया. गौरतलब है कि विद्यालय स्तरीय गणित- विज्ञान मेला में चयनित भैया- बहन आगामी 15 से 17 अक्टूबर 20 24 तक होने वाली प्रांतीय गणित- विज्ञान मेला जो कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बरगंडा, गिरिडीह में आयोजित है उसमें शिरकत करेंगे. विद्यालय स्तरीय गणित- विज्ञान मेला में अतिथियों का परिचय विद्यालय के शैक्षिक प्रभारी अनिल कुमार एवं मंच संचालन आचार्य मुकेश कुमार एवं शालिनी राज दीदी जी ने किया. विज्ञान मेला में विद्यालय के भैया- बहन एवं समस्त आचार्य बंधु -भगिनी उपस्थित थे.
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