रवि सिन्हा/न्यूज़11 भारत
डुमरी/डेस्क: डुमरी के पारसनाथ रेलवे स्टेशन में अफ्रीकी देश कैमरून में फंसे 27 प्रवासी मजदूरों की सकुशल वतन वापसी हुई. सभी प्रवासी मजदूर मुंबई हावड़ा मुंबई मेल से आज सुबह पारसनाथ स्टेशन पर उतरे. जहां राज्य सरकार के श्रम नियोजन विभाग के सचिव मुकेश कुमार गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी प्रवासी मजदूरों का फूलों का माला और बुके देकर स्वागत किया. वही ट्रेन से उतरने के बाद गिरिडीह डीसी ने सभी प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य के हाल-चाल को भी जाना और मजदूरों के सकुशल वापसी पर खुशी जाहिर की है.
वहीं वतन वापसी के बाद प्रवासी मजदूरों के चेहरों पर भी खुशी देखा गया. इस दौरान प्रवासी मजदूरों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार का वतन वापसी को लेकर धन्यवाद दिया है. श्रम नियोजन विभाग के सचिव मुकेश कुमार ने बताया कि झारखंड सरकार की तरफ से सभी प्रवासी मजदूरों को 25-25 हजार रुपए का नगद राशि सहायता के रूप में दी जाएगी वहीं मजदूर का रजिस्ट्रेशन भी कराया जाएगा.
आपको बताते चले कि 29 मार्च को गिरिडीह हजारीबाग और बोकारो जिला के 27 प्रवासी मजदूर अफ्रीकी देश कैमरून में एलएनटी टावर कंपनी में काम करने के लिए गए थे. जहां काम करने के बाद उन्हें लगातार 3 महीने तक वेतन नहीं दिया गया और उन्हें खाने-पीने में भी परेशानी हो रही थी. जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई. जिस पर सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए कैमरून में फंसे मजदूरों को सकुशल भारत लाई. फिलहाल, प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर खुशी का माहौल देखा गया है.
इधर वतन लौटे सभी प्रवासी मजदूरों को डुमरी के एक निजी होटल में ठहराया गया है. जहां राज्य सरकार के कई मंत्री पहुंचने की उम्मीद है जो मजदूरों के हाल-चाल और उनको हुई परेशानियों की जानकारी लेंगे साथ ही मजदूरों को 25-25 हजार रुपए बतौर सहायता सहायता दिया जाएगा.इस दौरान झारखंड सरकार के श्रम नियोजन विभाग के सचिव मुकेश कुमार गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा डुमरी एसडीएम शहजाद परवेज सीडीपीओ सुमित प्रसाद डुमरी अंचल अधिकारी शशि भूषण वर्मा निमियाघाट थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह डुमरी थाना प्रभारी प्रिनन सहित कई अधिकारी एवं समाजसेवी मौजूद थे.