न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: प्यार कभी-कभी इंसान को इतना अंधा कर देता है कि वह अपने फैसलों में सही और गलत का फर्क नहीं समझ पाता. यह कहानी भी कुछ ऐसी ही है, जहां एक महिला ने अपने प्रेमी को धोखा देकर 24 लाख रूपए ऐंठ लिए और उसे इस बात का पता भी नहीं चला. यह पूरी घटना न सिर्फ हैरान करने वाली है बल्कि प्यार के नाम पर किए गए धोखाधड़ी के खौफनाक रूप को भी सामने लाती हैं.
यह मामला ब्रिटेन के लौरा मैकफर्सन का है, जो दो बच्चों की मां हैं. लौरा ने अपने प्रेमी जॉन लियोनार्ड को इस कदर प्यार के जाल में फंसाया कि वह अपने पैसे उसे देने के लिए तैयार हो गए, यह सोचकर कि वह अपनी प्रेमिका की मदद कर रहे हैं. लौरा ने शुरुआत में जॉन से कहा कि उसे टर्मिनल कैंसर हैं. लौरा ने जॉन को यह विश्वास दिलाने के लिए कई नकली मेडिकल रिपोर्ट्स और अस्पतालों के दौरे की तसवीरें भेजी. वह अपने प्रेमी को यकीन दिलाने में कामयाब रही कि वह गंभीर रूप से बीमार हैं. जॉन की पूरी कोशिश यही थी कि वह अपनी प्रेमिका को बचा सके और उसकी मदद करने के लिए उसने मैकफर्सन को पैसा देना शुरू कर दिया.
कैसे जॉन ने खोले झूठ के पर्दें?
मैकफर्सन ने जो पैसे जॉन से लिए, उनका इस्तेमाल उसने इलाज के बजाय अपनी पसंदीदा चीजों पर किया. उसने कीमोथेरेपी की बजाय ब्रैस्ट सर्जरी और विदेश यात्राओं पर खर्च किया. इनमें से एक यात्रा ऑस्ट्रिया के एक आलीशान वैलनेस सेंटर में थी. इस दौरान उसने न केवल जॉन को धोखा दिया बल्कि अपने दोस्तों और परिवार को भी यह झूठ बताया कि वह कैंसर से पीड़ित हैं.
बेटी को भी बोला झूठ
इसका सबसे चौंकाने वाला हिस्सा यह था कि उसने अपनी 12 साल की बेटी से भी यह झूठ बोला है कि उसे ब्रेस्ट, कोलन, ओवेरियन और सर्वाइकल कैंसर हैं. यह झूठ लंबे समय तक चलता रहा लेकिन एक दिन जब मैकफर्सन ने जॉन से मैनचेस्टर के एक निजी क्लिनिक में ब्रेस्ट सर्जरी के लिए £7,000 की मांग की, तक जॉन का शक और बढ़ गया. उसने इस बारे में कॉल करके जब सच्चाई जाननी चाही तो सारा झूठ सामने आ गया.
जन जॉन को यह झूठ समझ में आया तो उसने मैकफर्सन से इस बारे में बात की. लेकिन जब वह अपनी बात से नहीं हटी, तो जॉन ने धोखाधड़ी का मामला डर्बी क्राउन कोर्ट में दर्ज कर दिया. कोर्ट ने मैकफर्सन को दुष्ट और चालाक झूठी करार देते हुए उसे दो साल का कम्युनिटी ऑर्डर सुनाया.