जांच को लेकर फिर हजारीबाग पहुंची सीबीआई टीम, अज्ञात ठिकानों पर चल रही गोपनीय तरीके से कारवाई
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: NEET UG प्रश्न पत्र लीक हजारीबाग से ही किया गया था. यह अभी तक के अनुसंधान से सौ प्रतिशत साफ हो चुका है. मामले के तीन अहम किरदारों को हजारीबाग से गिरफ्तार कर सीबीआई टीम पटना में उनसे गहन पूछताछ कर रही है. इन तीनों से गहन पूछताछ के दौरान हासिल तथ्यो के आधार पर सीबीआई के एक टीम सोमवार की सुबह पुनः हजारीबाग पहुंची. सूत्रो के मुताबिक टीम गोपनीय तरीके से हजारीबाग के अज्ञात स्थानों पर अपनी कारवाई कर रही है. सूत्र अभी अनुसंधान प्रभावित होने की वजह से टीम के हजारीबाग भ्रमण की खबर को गोपनीय रखे हुए हैं. सीबीआई अभी पेपर लीक की सारी कड़ियों को एक एक कर जोड़ रही है.
हजारीबाग के तीन अहम किरदार
किरदार नंबर 1: ओएसिस स्कूल का प्राचार्य एहसान उल हक पेपर लीक प्रकरण का किरदार नंबर एक है. इस पर आरोप है की इसी ने प्रश्न पत्र को लीक किया, अपने स्कूल में प्रश्न पत्र को निकाला और पेपर लीक प्रकरण के मास्टर माइंड बिहार के संजीव मुखिया जो अभी तक फरार है को उपलब्ध कराया
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किरदार नंबर 2: ओएसिस स्कूल का उप प्राचार्य इम्तियाज ओएसिस स्कूल के उप प्राचार्य इम्तियाज पर पेपर लीक प्रकरण में बड़ी भूमिका निभाने का आरोप है. इस पर सीबीआई को शक है को इसने प्राचार्य एहसान उल हक के साथ मिलकर पेपर को लीक किया.
किरदार नंबर 3: रांची से प्रकाशित हिन्दी दैनिक प्रभात खबर का हजारीबाग रिपोर्टर सह विज्ञापन प्रबंधक जमालुद्दीन पर यह आरोप है की पेपर लीक प्रकरण में इसकी भी भूमिका है. सीबीआई इसे पेपर लीक प्रकरण का लाईजनर मान रही है. इस पर आरोप है की पेपर लीक प्रकरण में इसने प्राचार्य एहसान उल हक और उप प्राचार्य की मदद की थी. वह पेपर लीक होने से पहले, बाद में और गिरफ्तारी से पहले तक ओएसिस स्कूल के प्राचार्य और उप प्राचार्य के निरंतर संपर्क में था.